इंदौर। इंदौर में कोरोना की मौतों को लेकर फिर सवाल उठने लगा है। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने CM शिवराज सिंह के सामने शहर में हो रही मौतों की एक फाइल उनके सामने रखी। पूर्व मंत्री से कहा, मौतों का आंकड़ा छुपाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को एक दिवसीय दौरे पर इंदौर आए थे। यहां पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री और राऊ विधायक जीतू पटवारी और जिलाध्यक्ष विनय बाकलीवाल भी मिलने पहुंचे थे। जीतू पटवारी ने राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 3 घंटे की इस समीक्षा बैठक में केवल आंकड़ों की ही प्रशंसा की। सरकार के पास कोरोना वायरस और ब्लैक फंगस जैसी महामारी से लड़ने के कोई ठोस उपाय नजर नहीं आ रहे हैं। पटवारी ने कहा कि लगातार मौत के आंकड़े शासन द्वारा छुपाया जा रहा है। प्रशासन और सरकार अपनी बदनामी छिपा रही है।
बैठक खत्म होने के बाद पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा, सरकार मौत के आंकड़े छुपा रही है। सरकारी आंकड़े 1300 कह रहे हैं, वहीं मेरे पास पूरी लिस्ट है जो जल्द मैं मीडिया को सौंप दूंगा। 19 अप्रैल से 19 मई तक का एक श्मशान घाट का आंकड़ा निकाल कर जीतू पटवारी सीएम से मिलने पहुंचे थे।
राऊ विधायक पटवारी ने रीजनल पार्क स्थित मुक्तिधाम के आंकड़े दिखाते हुए कहा, 866 मौत का आंकड़ा उनके हाथ में है और एक-एक व्यक्ति के मोबाइल नंबर भी इसमें दर्ज है। पंचकुइया मुक्तिधाम में 1500 के अंतिम संस्कार का आंकड़ा दिया है, जो कहीं ना कहीं शहर की स्थिति को बयां करता है। अपनी विधानसभा राऊ का जिक्र करते हुए पटवारी ने कहा कि वहां अब तक 45 हजार की आबादी है। वहां 325 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। एक हजार पर 7 मौत का आंकड़ा होता है।
इंजेक्शन की कालाबाजारी को लेकर मध्य प्रदेश कैबिनेट मंत्री पर कसा तंज कसा। कहा, ब्लैक फंगस में जो जीवन रक्षक दवाइयां होती है, वो रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी हुई। उसी तरह ब्लैक फंगस के इंजेक्शन में कालाबाजारी ना हो इसको लेकर भी सरकार निर्देश जारी करें।
वहीं देश में आयुष्मान कार्ड बनने पर नंबर वन को लेकर कहा कि भले ही इंदौर आयुष्मान कार्ड बनाने में नंबर वन पर काबिज हो गया है। लेकिन इसका उपयोग करने में सरकार विफल साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि 2020 के आंकड़ों के हिसाब से कार्ड बनना चाहिए। जीतू पटवारी ने कहा, भगवान सीएम को सद्बुद्धि दे।