खंडवा। हमारे चाचा विधायक हैं... ये बात संक्रमण काल में काम नहीं आई। खंडवा विधायक की भतीजी के शादी के लिए सजाए गए शामियाने को एसडीएम ने खुलवा दिया। कहा-शादी रुकवाना हमारा धर्म नहीं, लेकिन संक्रमण का समय है। रिश्तेदारों को हाथ जोड़कर विदा कीजिए। चेतावनी दी कि ध्यान रहे, सिर्फ दूल्हा-दुल्हन के फेरे होंगे।
शहर के जूनी इंदौर लाइन रोड स्थित चौधरी कंपाउंड में अशोक वर्मा के यहां उनकी बेटी मोनिका का विवाह था। गुरुवार शाम यहां बड़वाह से बारात आने वाली थी। अशोक वर्मा खंडवा विधायक देवेंद्र वर्मा के चचेरे भाई हैं। शाम 6 बजे शादी कार्यक्रम की सूचना मिली, तो खंडवा एसडीएम डॉ. ममता खेड़े, सीएसपी ललित गठरे उनके निवास पहुंचे। यहां देखा तो टैंट सजा हुआ था। बारात आने से पहले उनके स्वागत की तैयारी और स्टेज सजाया जा रहा था।
एसडीएम डॉ. खेड़े परिवार से मिलीं। नसीहत दी कि संक्रमण का समय है। खुद और रिश्तेदारों के स्वास्थ्य का ख्याल रखिए। ध्यान रहे, हमें दाेबारा नहीं आना पड़े, इसलिए सिर्फ दूल्हा-दुल्हन के फेरों के अलावा जरूरी रस्में परिवार वालों की उपस्थिति में ही हों। भीड़ दिखी या शिकायत मिली तो शादी रोकना पड़ेगी।
एसडीएम डॉ. खेड़े ने खुलवाया टेंट
निमंत्रण कार्ड में 62 लोगों के नाम
निमंत्रण कार्ड में 22 दर्शनाभिलाषी, 21 स्वागतातुर, विनीत में 8 ,ननिहाल पक्ष में 7 नाम है। इसके अलावा दूल्हा-दुल्हन और दुल्हन के माता-पिता को मिलाकर कुल 62 नाम दर्ज हैं। इसमें 18 तो चाचा-चाची, 8 बुआ-फूफा हैं। विधायक देवेंद्र वर्मा और उनकी पत्नी का भी नाम विनीत में है।
सीएम के निर्देश : विधायक अपने क्षेत्र में शादी रुकवाएं
इधर, सीएम के निर्देश है कि जनपद स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के अध्यक्ष विधायक होंगे। उनका दायित्व होगा कि संक्रमण काल में वे क्षेत्र में शादी-कार्यक्रम रुकवाएं। उन्हें समझाए कि आगे और भी मौके आएंगे। जून माह में मुहूर्त है, लेकिन खंडवा विधायक देवेंद्र वर्मा को रिश्तेदार बंधन में पीछे हटना पड़ा।
शादी के निमंत्रण कार्ड में विधायक व रिश्तेदारों के नाम।