इंदौर। रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में पकड़े गए जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया के ड्राइवर पुनीत अग्रवाल निवासी ओल्ड अग्रवाल नगर ने खुलासा किया है। उसने कहा है कि मैंने मंत्री की पत्नी के ड्राइवर से इंजेक्शन लिए थे। वह ड्राइवर मेरे साथ ही ट्रेवल्स में नौकरी करता था। पुनीत ने यह भी कबूला है कि उसने कोरोना काल में कई लोगों को रेमडेसिविर इंजेक्शन दिए है।
पूछताछ में उसने बताया कि उसने यह इंजेक्शन गोविंद राजपूत नामक व्यक्ति से लिया था और उससे ₹14000 में लेकर उसे ₹15000 बेचने की फिराक में था। पुनीत के पास ललित शर्मा नामक पुलिसकर्मी का फोन आया था जिसे वह यह इंजेक्शन देने के लिए जा रहा था। आरोपी से पहले दो बार डॉक्यूमेंट लेकर गोविंद के माध्यम से ही अस्पतालों में इंजेक्शन सप्लाई कर चुका है। स्वास्थ्य अधिकारी पूर्णिमा गडरिया के यहां वह कुछ दिन पहले ही काम करने लगा था। इस कोरोना काल में कई लोगो को इंजेक्शन दिलवा चुका है। आरोपी शहर की इन्पेट्स ट्रेवल्स में बतौर ड्राइवर कार्य कर रहा था। आरोपी से पूछताछ जारी है। मामले में बड़े खुलासे होने की भी संभावना हैं।
पुनीत ने बताया कि वह सही है। वह जिस ट्रेवल एजेंसी में ड्राइवरी करता है वहीं से उसकी दोस्ती गोविंद से हुई थी और गोविंद मंत्री जी के घर में उनकी धर्मपत्नी का ड्राइवर है। वह कहां से इंजेक्शन लाता है, इस बात का उसे अभी कोई जानकारी नहीं है।