मध्यप्रदेश में भी तूफान ताऊ ते का असर दिख रहा है। भाेपाल में दिनभर बादलों का डेरा रहा। तेज हवाएं चली। देरशाम में गरज-चमक के साथ बारिश को दौर शुरू हुआ। वहीं दूसरी ओर खरीदी केंद्रों पर खुले में रखा लाखों क्विंटल गेहूं भीग गया। सतना, सागर, दतिया, होशंगाबाद, गुना समेत कई जगहों पर खुले में खरीदी केंद्राें पर रखा लाखों क्विंटल गेहूं भीग गया। अकेले विंध्य के दो जिले सतना और रीवा में 120 करोड़ रुपए के गेहूं को नुकसान पहुंचा है। तीन दिन से प्रदेश के कई हिस्साें में रुक-रुक कर हो रही बारिश से खेतों में प्याज को भी नुकसान पहुंचा है। प्याज भीगने के कारण खराब होने लगी है।
किसानों की मेहनत पर पानी अफसरों की लापरवाही से फिरा है। गेहूं खरीदी के बाद केंद्रों से नागरिक आपूर्ति निगम के अफसरों ने गेहूं का उठवाया ही नहीं। परिवहन की व्यवस्था न होने के कारण गेहूं भीगा है, जबकि एक सप्ताह से सबको पता था कि तूफान की वजह से बारिश होने वाली है। इसके बाद भी अफसर सोए रहे।
सतना में भारी नुकसान के बाद टूटी नींद
सतना जिले के खरीदी केेंद्रोंं पर हजारों क्विंटल गेहूं भीगा है। किसान संगठनों के अनुमान के मुताबिक यह नुकसान 120 करोड़ का है। लगातार बारिश में भीग रहे गेहूं के बाद प्रशासन की नींद मंगलवार को टूटी। कलेक्टर अजय कटेसरिया ने अध्यक्षता करते हुए सभी एसडीएम, नान और संबंधित विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि सबसे पहले बारिश के कारण खरीदा गया गेहूं सुरक्षित रखा जाए।
रीवा में इंतजार करते रहे किसान, गेहूं नहीं उठाया
यही हाल रीवा का भी है। यहां पर 15 दिन तक किसान खरीदी केंद्रों के बाहर गेहूं बेचने के लिए खड़ रहे। लेकिन उठाव नहीं होने के कारण गेहूं नहीं खरीदा गया। इसकी वजह से गेहूं भीग गया। यहां पर 30 करोड़ रुपए का नुकसान बताया जा रहा है।
दतिया: 3 दिन से खरीदी उठाव के लिए बंद फिर भी 2 लाख क्विंटल भीगा
खराब मौसम को देखते हुए दतिया के केंद्रों पर खरीदी बंद कर दी गई। इसकी वजह से टॉलियों की लंबी लाइन लग गई। लेकिन इसके बाद भी पहले से खरीदा गया गेहूं का उठावा नहीं किया गया। बारिश में 2 लाख क्विंटल गेहूं भीग गया। वहीं किसानों को अपना गेहूं बचाने के लिए परेशान होना पड़ा।
होशंगाबाद: 26 हजार क्विंटल से ज्यादा गेहूं खुले में रखा है
रविवार से हो रही बारिश के कारण कृषि मंडी में खुले में रखा अनाज भीग गया। जिले के 69 हजार 135 किसानों से 7 लाख 69 हजार 108 मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी हुई। अभी 7 लाख 42 हजार 380 मीट्रिक टन गेहूं का ही परिवहन हुआ है। अभी 26 हजार 728 मीट्रिक टन गेहूं का परिवहन बाकी है।
सागर: खरीदी केंद्रों से नहीं हुआ उठाव
ताऊ ते चक्रवाती तूफान के असर से सागर जिले में वैशाख के माह में आषाढ़ की तरह बारिश हुई। मूसलाधार बारिश से पूरा जिला तरबतर हुआ। सोमवार शाम से शुरू हुई बारिश रुक-रुक कर मंगलवार सुबह तक जारी रही, लेकिन यहां भी गेहूं का उठाव नहीं हुआ। खरीदी केंद्रों पर कीचड़ हो गया है। गेहूं भीग गया है।