इंदौर. कलेक्टर मनीष सिंह ने आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और स्कूल शिक्षकों के दल को कोरोनावायरस के संक्रमण से प्रभावित खजराना क्षेत्र के प्रत्येक घर की सैंपल सर्वे की जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने बताया कि खजराना क्षेत्र को 50 सेक्टर में विभाजित किया गया है। प्रत्येक सेक्टर में लगभग 200 मकान हैं। 3 सदस्यों का यह दल प्रतिदिन 14 दिनों तक सर्वे कार्य करेगा। इस दौरान यह दल अभिभावक के रूप में काम करेगा और प्रशासन द्वारा बनाई गई मोबाइल एप्लीकेशन में प्रत्येक घर के व्यक्तियों के आंकड़े दर्ज करेगा। इस संबंध में कलेक्टर द्वारा मंगलवार को सभी को प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
कलेक्टर ने बताया कि इस मुहिम का उद्देश्य कोरोना वायरस के संक्रमण से संबंधित लक्षणों की पहचान कर ऐसे व्यक्तियों को चिकित्सकीय परामर्श देना है। यह कदम प्रिवेंटिव मेजर के रूप में लिया गया है। सर्वे की शुरुआत बुधवार को खजराना क्षेत्र में की गई। ऐसी ही टीम अन्य क्षेत्रों के लिए भी बनाई जाएंगी। चंदननगर क्षेत्र के लिए भी टीम बनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि लक्षण पाए जाने की दशा में संबंधित व्यक्तियों को यलो कैटेगरी अस्पताल में भर्ती किया जाएगा।
सोशल डिस्टेंस बनाकर करना है कार्य
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मोबाइल एप्लीकेशन से संबंधित प्रशिक्षण दिया, साथ ही सर्वे के दौरान रखी जाने वाली सावधानियों के निर्देश भी दिए। उन्होंने बताया कि सर्वे का उद्देश्य व्यक्ति को समय पर अस्पताल पहुंचाना है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आशा, एएनएम का पहले से ही नेटवर्क स्थापित है। इस कार्य को सुचारू रूप से किया जा सकेगा।