यहां मुफ्त में मिलता है संक्रमण; एक ही बेड पर लेटते हैं कोविड पेशेंट और परिजन, साथ में खाते हैं खाना और मोबाइल पर खेलते हैं लूडो

Posted By: Himmat Jaithwar
5/13/2021

ग्वालियर। कभी आपने सुना है कि कोविड पॉजिटिव और उसका अटेंडेंट (परिजन) एक ही बेड पर सो रहे हैं। दिन भर साथ रहते हैं, एक ही मोबाइल पर लूडो या अन्य गेम्स खेलते हैं। वो भी बिना PPE किट और मास्क के। जी हां, यह हो रहा है ग्वालियर में जिला अस्पताल मुरार के कोविड वार्ड में।

यहां लापरवाही की सारी हदें पार हो गई हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ उनके परिजन अस्पताल के वार्ड में रहते हैं। यहां तक कि एक दिन पहले तक तो साथ में खाना भी खाते थे। इसके बाद भी अस्पताल के जिम्मेदारों की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। न यहां स्टाफ है, न ही कोई देखने वाला।

चार ब्लॉक में हैं 150 कोविड बेड
जिला अस्पताल मुरार में चार ब्लॉक A, B, C, D में कुल 150 कोविड बेड हैं। इनमें से 108 ऑक्सीजन बेड हैं। शेष अन्य कॉमन बेड हैं। यहां कोविड पेशेंट की देखभाल के लिए सिर्फ 11 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं। नर्सें भी गिनी-चुनी हैं। इसलिए यहां नियमों को ताक पर रखकर अटेंडेंट अपने कोविड पेशेंट के साथ ही रहते हैं।

बेड पर कोविड पेशेंट के साथ बैठा अटेंडेंट, पास के खाली बेड पर बैठे दो रिश्तेदार
बेड पर कोविड पेशेंट के साथ बैठा अटेंडेंट, पास के खाली बेड पर बैठे दो रिश्तेदार

जनरल वार्ड लगता है कोविड वार्ड
मुरार के जिला अस्पताल में कोविड वार्ड को देखने पर लगता है कि यह किसी सामान्य से अस्पताल का जनरल वार्ड है। यहां एक बेड पर कोविड पेशेंट के साथ दो से तीन लोग बैठे नजर आते हैं। न तो यह मास्क पहने होते हैं न ही PPE किट। कुछ लोग मास्क पहने भी है तो वह नाक मुंह की जगह नीचे लटक रहा होता है।

एक दिन पहले तक खाना भी खा रहे थे
यहां यह हालात थे कि कोविड पेशेंट और अटेंडेंट एक ही बेड पर बैठकर खाना भी खा रहे थे। हां दोनों की प्लेट अलग होती थी, लेकिन इस समय संक्रमण का कितना खतरा होता है, यह सभी को पता है। उधर सरकार दावा कर रही है कि संक्रमण को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। सड़कों पर आम लोगों को रोक सकते हैं पर सरकारी अस्पतालों से मुफ्त बंट रहे संक्रमण को कैसे रोक पाएंगे।

चोरियां भी हो रहीं

यहां स्टाफ और सुरक्षा कर्मियों की कमी के चलते आए दिन चोरी की घटनाएं हो रही हैं। कोविड वार्ड में अटेंडेंट के सामान चोरी हो गए हैं। दो दिन पहले दीपक वीरे की मां का ऑक्सीजन पाइप निकालने के साथ कान के टॉप्स चोरी हुए थे। उसमें मुरार थाने में मामला भी दर्ज है, जबकि एक अन्य पेशेंट के नाती संकेत वर्मा का पर्स चोरी हुआ है। उसमें दो हजार रुपए, पेन, आधार व ATM कार्ड रखे थे।

जिला अस्पताल में बिना मास्क के बैठीं नर्स, एक नर्स सोते हुए
जिला अस्पताल में बिना मास्क के बैठीं नर्स, एक नर्स सोते हुए

जिम्मेदार से सीधी बात

सवाल: क्या कोविड वार्ड में अटेंडेंट को इस तरह बैठना चाहिए?

जवाब: बिल्कुल नहीं यहां परमिशन नहीं है फिर भी लोग मानते नहीं है।

सवाल: यहां न तो PPE किट पहने हैं, न मास्क?

जवाब: इनको बाहर रोकने के लिए गार्ड हैं, लेकिन धमकाकर अंदर चले जाते हैं।

सवाल: अटेंडेंट को पेशेंट से संक्रमण फैलेगा तो कौन जिम्मेदार होगा?

जवाब: हमने सुरक्षाकर्मी बढ़ा दिए हैं, साथ ही अटेंडेंट के लिए अलग रूम की व्यवस्था की है।

डॉ. विपिन गोस्वामी, जिला अस्पताल मुरार प्रभारी



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