महू। कोरोना जिस तेजी से गांवों में फैल रहा है उसी तेजी से आस्था के चलते गांवों में पूजा-पाठन, हवन, अभिषेक से लेकर शीतलामाता पर जल चढ़ाया जा रहा है। गांवों में कोरोना प्रोटोकाॅल का पालन करने के साथ धार्मिक क्रियाएं की जा रही हैं और लोग इस बीमारी से मुक्ति की प्रार्थना कर रहे हैं।
डकाच्या में मंगलवार शाम को घर-घर हनुमान चालीसा की चौपाइयां गूंजी तो अटाहेड़ा के सभी मंदिरों में पूजा के बाद खेड़ापति हनुमान मंदिर में हवन किया गया। बनेड़िया, अटाहेड़ा, लसुड़िया परमार, डकाच्या, पलासिया, सिरोटिया आदि गांवों में महिलाएं सुबह शीतलामाता पर ठंडा जल चढ़ाकर उन्हें ठंडा करने का जतन भी कर रही है।
गोठड़ा माताजी में हुई भविष्यवाणी के बाद बढ़ी धार्मिक क्रियाएं
रतलाम जिले के ग्राम गोठड़ा स्थित श्रीमहिषासुरमर्दिनी माता के ईष्ट पंडा नागूलाल चौधरी ने 21 अप्रैल को नवमी पर हर साल की तरह भविष्यवाणी की। उन्होंने कहा कि महामारी का असर महीनेभर और रहेगा। सरकार पार नहीं पा सकती इसलिए हवन-पूजन करें। महावीर (हनुमानजी) का हवन व अभिषेक कर पवित्र जल का छिड़काव करें। इसके बाद धार्मिक क्रियाएं बढ़ गई हैं।
अटाहेड़ा : सभी मंदिरों में पूजन, खेड़ापति हनुमान मंदिर में हवन
यहां लोगों ने गांव के सभी मंदिरों में पूजन किया। इसके बाद पंडित महेश व्यास व अर्पित दुबे ने खेड़ापति हनुमान मंदिर में हवन करवाया। इसमें ग्रामीणों ने सोशल डिस्टेंस रखते हुए आहुतियां दीं। सरपंच रणछोड़लाल पटेल ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान सभी ने मास्क लगाने और बार-बार हाथ धोने के साथ दूरी बनाए रखने का संकल्प लिया।