आंधी तूफान के साथ तेज बारिश से सतना जिला तर, खरीदी केंद्रों में खुले में रखा हजारों क्विंटल गेहूं भीगा

Posted By: Himmat Jaithwar
5/11/2021

सतना। विंध्य क्षेत्र के सतना में सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात करीब 12 से 1 बजे के बीच आंधी तूफान के साथ तेज बारिश हुई है। वर्षा के कहर से खरीदी केंद्रों में खुले में रखा हजारों क्विंटल गेहूं भीग गया। मंगलवार सुबह जब खरीदी केन्द्र में जिम्मेदार पहुंचे, तो बाढ़ सा नजारा दिखा। ऐसे में लोग जिला प्रशासन के लोगों को जिम्मेदार ठहराते हुए कोसते नजर आए।

कहा कि बे-मौसम वर्षा के कहर से खरीदी केंद्रों में खुले में रखा लाखों रुपए का गेहूं भीग गया है। वहीं, कई जगह गेहूं से लोड किसानों की ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में पानी भर गया है। कई केंद्रों की मैपिंग न होने के कारण गेहूं खरीदी केंद्रों से उठाव नहीं हो पाया था। ऐसे में उन केंद्रों पर ज्यादा नुकसान माना जा रहा है। किसानों का आरोप है कि इन दिनों ज्यादातर नुकसान अमरपाटन क्षेत्र में हुआ है। क्योंकि यहां जल्दबाजी में केन्द्र बनाए गए हैं। कहीं पर गेहूं के ढकने व ढलान वाली जगह नहीं है, इसलिए ज्यादातर नुकसान हो रहा है।

पेड़ गिरने से टूट विद्युत के पोल।
पेड़ गिरने से टूट विद्युत के पोल।

आधे घंटे की बारिश में खुली अवस्थाओं की पोल
गौरतलब है, मौसम विभाग के अलर्ट के बाद भी खरीदी केंद्रों में आए दिन लापरवाही की जा रही है। हालांकि जिम्मेदार तो सब अच्छा होने का दावा करते थे, लेकिन आधे घंटे की बारिश ने व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। यहां जमीन में रखी हज़ारों क्विंटल गेंहू की बोरियों में पानी भर गया है। साथ ही कई चटटों पर बोरियां ही पानी में डूब गई है। ये मामला सतना जिले के अमरपाटन पड़क्का स्थित कृषि उपज मंडी में बने खरीदी केंद्र का हैं।

12 से अधिक खरीदी केंद्रों का खराब हुआ गेहूं
नाम न बतानें की सर्त पर कुछ जिम्मेदारों ने बताया ​है कि देर रात हुई तेज और मुसलादार बारिश ने अमरपाटन क्षेत्र में जमकर तबाही मचाई है। यहां पर सुबह तो बद से बदतर हालात थे। आरोप है कि कृषि उपज मंडी पड़क्का में 12 से अधिक खरीदी केंद्रों का गेहूं ओपन वेयरहाउस में रखा था। जो भीषण बारिश के बाद भेंट चढ़ गया है। दावा किया जा रहा है कि किसानों की ट्रॉली में लदा गेहू भी खरीदी केंद्रों में पूरी तरह भीग गया है।

गांव से शहर तक फाॅल्ट स्थिति
देर रात आए आंधी तूफान और बारिश की बजह से बिजली व्यवस्था लड़खड़ा गई है। एमपीईबी के अधिकारियों का कहना है कि शहर से लेकर गांव तक फाल्ट की स्थितयां बनी है। कई जगह तो पूरी सप्लाई बंद ही करनी पड़ी है। तार और पोल का कई जगह नुकसान हुआ है। उचेहरा जनपद पंचायत के पिथौराबाद सबस्टेशन क्षेत्र में सोमवार की रात से बिजली आपूर्ति बंद है। 12 घंटे से ज्यादा लाइन गोल होने के कारण पेयजल के लिए ग्रामीण भटक रहे है।

वृक्षों के गिरने से टूटे बिजली के पोल
ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों ने बताया कि रात में आए तूफान से कई जगहों पर वृक्षों के गिरने से बिजली के पोल टूट गए है। कई जगह तो एक एक दर्जन पोल के टूटने की खबर है। ओपन तार और केबल के टूटने की जानकारी भी आ रही है। मंगलवार की सुबह से मैदानी अमला फाल्ट तलाशते हुए क्षेत्र बार क्रमश: लाइट जोड़ते हुए चालू की व्यवस्था बनाई जा रही है।



Log In Your Account