कोरोना मैनेजमेंट पर मोदी सरकार को घेर रही कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भाजपा ने जवाब दिया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को कहा कि आज के हालात में कांग्रेस की करनी से हैरान नहीं हूं, दुखी हूं। उन्होंने कहा कि एक ओर उनकी पार्टी के कुछ मेंबर्स लोगों की मदद करने का काम कर रहे हैं। दूसरी ओर उनके वरिष्ठ नेताओं की फैलाई नकारात्मकता से ये सराहनीय काम धूमिल हो रहा है।
एक दिन पहले ही कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में सोनिया गांधी ने कहा था कि मोदी सरकार कोरोना काल में फेल हो गई। CWC में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया गया था।
कांग्रेस ने कहा- मोदी प्रायश्चित करें
CWC की बैठक में कहा गया था कि प्रधानमंत्री अपनी गलतियों के लिए प्रायश्चित करें। वे लोगों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध हों। प्रधानमंत्री निजी एजेंडों के कारण लोगों के कष्टों से बेखबर दिख रहे हैं। संभव है कि सरकार कोरोना संक्रमण और इससे मौतों के सही आंकड़े भी नहीं जारी कर रही हो।
4 दिन पहले भी सोनिया बोलीं- सिस्टम नहीं, मोदी सरकार फेल
इससे पहले 7 मई को सोनिया गांधी ने कहा था कि महामारी के दौरान सिस्टम नहीं फेल हुआ है, मोदी सरकार फेल हुई है। उन्होंने कांग्रेस के पार्लियामेंट्री बोर्ड की वर्चुअल मीटिंग में कहा था कि भारत में मजबूत संसाधन और ताकत है। ये सरकार के खिलाफ हमारी लड़ाई नहीं है, बल्कि हमारी कोरोना के खिलाफ लड़ाई है।
कांग्रेस के लिए नड्डा का खत, इन मुद्दों पर जवाब दिया
- बयानबाजियों पर: ये खत गहरी पीड़ा और दुख के साथ लिख रहा हूं। मैंने कभी ऐसा पत्र नहीं लिखा है, लेकिन जिस तरह से कांग्रेस के मेंबर्स भ्रम फैला रहे हैं, उनके मुख्यमंत्री ऐसा कर रहे हैं.. उसके बाद मुझे यह खत लिखना पड़ा। जिस वक्त भारत कोरोना महामारी के साथ पूरी ताकत से लड़ रहा है, उस वक्त कांग्रेस की टॉप लीडरशिप को लोगों को गुमराह करना और झूठा डर फैलाना बंद कर देना चाहिए।
- वैक्सीन पर: वैक्सीन से शुरुआत करता हूं। पिछले साल जब साइंटिस्ट, डॉक्टर वैक्सीन खोजने के लिए लगातार कोशिशें कर रहे थे, तब आपकी पार्टी ने इन कोशिशों का मजाक उड़ाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ा। भारत में बनी वैक्सीन गर्व का विषय होनी चाहिए थी, इसकी जगह कांग्रेस ने इस पर लोगों के मन में शंका जाहिर की। आपकी पार्टी के मुख्यमंत्री तक ऐसा कर रहे थे। जिस देश में वैक्सीन को लेकर कोई हिचकिचाहट नहीं रही है, उस देश में सदियों की सबसे बड़ी महामारी में संशय पैदा करने की कांग्रेस ने भरसक कोशिश की है।
- वैक्सीनेशन प्रोग्राम पर: कांग्रेस वर्किंग कमेटी में इस बात पर चर्चा हो रही है कि मोदी सरकार ने वैक्सीनेशन को लेकर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लिया है। क्या कांग्रेस पार्टी और उन राज्यों में जहां उसकी सरकार है, इतना ज्यादा कम्युनिकेशन गैप है। अप्रैल में ही कांग्रेस की टॉप लीडरशिप कह रही थी कि वैक्सीनेशन को डिसेंट्रलाइज्ड कर दिया जाए। सरकार ने ये निश्चित किया है कि पहले कुछ चरण में जिन लोगों को प्रियॉरिटी पर वैक्सीन दी जानी है, उन्हें दी जाए और राज्यों को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन पहुंचे। अभी भी केंद्र 50% वैक्सीन मुफ्त दे रही है।
- मुफ्त वैक्सीन पर: वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर बहस हो रही है। मैं ये कहना चाहता हूं कि जिन राज्यों में भाजपा और एनडीए की सरकार है, वहां की सरकारों ने गरीबों और कमजोर तबके के लिए फ्री वैक्सीन देने का ऐलान किया है। मैं जानता हूं कि कांग्रेस भी गरीबों के लिए ऐसी ही भावना रखती है। क्या वहां की सरकारें भी गरीबों को फ्री वैक्सीन देने का फैसला कर सकती हैं?