शिवपूरी। कोरोना महामारी को लेकर करैरा तहसील के राजगढ़ गांव में ग्रामीण टोना-टोटका कर रहे थे। इसके लिए गांव से बाहर माता मंदिर पर भंडारा आयोजित कर दिया। 400 से 500 लोगो की भीड़ जुटने की सूचना मिलने पर अमोला थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस मंदिर पर लोगों को समझा रही थी, तभी मंदिर के पीछे छुपे लोगों ने पथराव कर दिया। पथराव में थाना प्रभारी सहित सात पुलिसकर्मी जख्मी हो गए हैं। जबकि पुलिस के संग खड़ा पुजारी भी घायल हो गया है। पुलिस ने पांच नामजद सहित 70 से 80 अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामला विवेचना में ले लिया है।
जानकारी के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली की राजगढ़ गांव में माता मंदिर पर भंडारा आयोजित हो रहा है। अमोला थाना पुलिस गाड़ियों से राजगढ़ रवाना हुआ। गाड़ी का सायरन सुनकर अधिकांश पुरुष भाग गए। माैके पर महिलाएं व कुछ पुरुष रह गए थे। लोगों को पुलिस अधिकारी समझा रहे थे, तभी मंदिर के पीछे छिपे लोगों ने अचानक पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस को संभलने का मौका तक नहीं मिला। जो लाेग भाग गए थे, वह भी वापस लौट आए। पथराव से बचने की पुलिस ने पूरी कोशिश की, फिर भी करीब सात पुलिस अधिकारी व कर्मचारी जख्मी हो गए।
पहले मंदिर के बाबा के सिर में पत्थर लगने से घायल
अचानक पथराव हुआ तो सबसे पहले मंदिर पर रहने वाले बाबा के सिर में पहला पत्थर लगा। पत्थर लगने से बाबा जमीन पर ही गिर पड़े और खून बहने लगा। पुलिस वालों ने बाबा को उठाकर गाड़ी के पीछे ले गए। वहीं थाने के आरक्षक प्रमोद कुशवाह, अर्जुन रावत, नागेंद्र जाट, कार्यवाहक प्रधान आरक्षक रामहेतसिंह, आरक्षक रामलक्षण, एसआई पुनीत बाजपेयी घायल हो गए हैं। थाना प्रभारी राघवेंद्र सिंह यादव को भी पत्थर आकर लगा। दो पुलिस वालों को गंभीर चोट लगी है।
पांच ज्ञात सिहत सहित 70 से 80 अन्य लोगों पर केस
राजगढ़ गांव के राजेश पुत्र जगराम बघेल, कल्लन पुत्र रामलखन विश्वकर्मा, मदन परिहार, बालू पुत्र कन्हैया आदिवासी आदि गांव के दूसरे लोगों को उकसा रहे थे कि पुलिस वालों को डंडे व पत्थरों से मारो। उकसाने पर 70-80 अज्ञात लोगों ने अचानक पथराव कर दिया। पुलिस ने संबंधित पांचों के खिलाफ नामजद व 70-80 अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने सभी के खिलाफ आपदा प्रबंधन सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है।
हमले के बाद आसपास के थानों का पुलिस फोर्स बुलाना पड़ा
कोरोना महामारी भीड़ की वजह से फैलती है, फिर भी ग्रामीण टोना टोटका करके भंडारा आयोजित कर रहे थे। पुलिस को उम्मीद नहीं थी कि गांव वाले उन पर इस तरह पथराव कर देंगे। इस हमले के बाद आसपास थानों से पुलिस बल मौके पर पहुंचा। वहीं सूत्रों की मानें तो गांव के कुछ असामाजिक तत्वों ने जानबूझकर षडयंत्र पूर्वक यह हरकत की है, ताकि गांव के दूसरे लोगों को फंसाया जा सके।
इतनी भीड़ जुटाकर खुद को ही नुकसान पहुंचा रहे हैं लोग
राजगढ़ में माता मंदिर पर भंडारे में ग्रामीणों की भीड़ लगी थी। अमोला थाना पुलिस भंडारा रुकवाने गई थी। लेकिन ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। जबकि आसपास गांवों में कोरोना मरीज निकले हैं। पथराव करने वालों के खिलाफ केस दर्ज किया है। लोग भीड़ जुटाकर खुद को ही नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे समय में इस तरह के कार्यक्रमों से लोग दूर रहने की जरूरत है।
राजेश सिंह चंदेल, एसपी शिवपुरी