भोपाल। मध्यप्रदेश में बीते दो दिनों से कोरोना के नए केस तो घट गए हैं। इसी कारण सरकार मानकर चल रही है, दूसरी लहर कमजोर पढ़ने लगी है। इसी कारण अब शासन तीसरी लहर के पहले की तैयारी करने की बात कहने लगी है। यह बात रविवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कही। उन्होंने कहा, लगातार केस कम हो रहे हैं। हमें अब तीसरी लहर को रोकने की तैयारी करना चाहिए। हालांकि उन्होंने संतोष जताते हुए कहा, जिस तरह से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हुआ है, उसी का नतीजा है कि प्रदेश के बाहर से भी लोग यहां इलाज आ रहे हैं।
यह सच है, बीते दो दिन में पॉजीटिव रेट में कमी आई है, लेकिन ठीक होने वालों की संख्या में कमी आना चिंता का विषय है। प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 1 लाख के पर पहुंच गई है। बीते 8 दिनों के दौरान 4 दिन नए केस के मुकाबले ठीक होने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। 6 मई को 12,421 नए केस आए थे, जबकि इस दिन कुल 12,965 मरीज ठीक हुए थे। इससे पहले 1 मई को 12,379 नए केस के मुकाबले 14,562 मरीज कोरोना को मात देकर घर पहुंचे थे। 2 मई और 3 मई को भी नए केस की अपेक्षा में ज्यादा मरीज ठीक हुए थे।
अगर बाहर के मरीज बढ़े तो फिर...
सरकारी आंकड़ों में 10 हजार ICU बेड में से सिर्फ 936 ही खाली हैं। आइसोलेशन के बेड जरूर करीब 55% खाली हैं। प्रदेश में कुल 28 हजार में से अभी 17 हजार से ज्यादा खाली पड़े हैं। सरकार के अनुसार प्रदेश में कुल कोरोना मरीजों में 75% होम आइसोलेशन में हैं और 25% अस्पतालों में है, जिनमें से 14% ऑक्सीजन बेड्स पर, 7% ICU बेड और 4% मरीज सामान्य बेड पर हैं। इसी तरह, दूसरे प्रदेश के मरीज इलाज कराने के लिए प्रदेश में आते रहे, तो स्थिति का अंदाजा भी लगाना मुश्किल होगा।
उम्मीद की खबर
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 18 से लेकर 44 और 45 वर्ष से ऊपर वालों को वैक्सीन की अब लगातार उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। वैक्सीन आयात करने की संभावना पर भी विचार किया जा रहा है। हमें उम्मीद है कि रूस से जून के प्रथम माह से स्पूतनिक वैक्सीन मिल सकेगी। हम वैक्सीन का एक भी डोज खराब नहीं होने देंगे। प्रदेश में सभी को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा है।