इंदौर। शैल्बी अस्पताल में शनिवार काे दिल दहला देने वाली घटना हाे गई। कोरोना संक्रमण का इलाज करवा रहे पति की मौत की खबर मिलते ही 35 वर्षीय पत्नी अस्पताल पहुंची और नौवीं मंजिल से छलांग लगाकर जान दे दी। तुकोगंज पुलिस के अनुसार मृतका 35 वर्षीय खुशबू जैन निवासी 159 ए आशीष नगर है। खुशबू खुद भी संक्रमित थीं और घर पर ही इलाज करवा रही थीं।
प्रॉपर्टी ब्रोकर पति राहुल का 24 अप्रैल से हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। शनिवार शाम को खुशबू को राहुल की मौत का पता चला तो अस्पताल पहुंचीं। यहां पति का शव देखने के बाद बहाने से नौवीं मंजिल पर गई। वहां से अस्पताल के भीतर ही छलांग लगा दी। कूदने की आवाज सुनते ही भाई व अन्य रिश्तेदार दौड़े, लेकिन तब तक खुशबू की मौत हो चुकी थी। बताया जा रहा है कि वह वॉशरूम जाने के बहाने से ऊपर गई थीं।
कुछ दिन पहले भोपाल के चिरायु अस्पताल से कोविड संक्रमित ने 5वीं मंजिल से कूदकर जान दे दी थी
भोपाल के चिरायु अस्पताल की 5वीं मंजिल से 45 साल के कोविड संक्रमित ने छलांग लगा दी। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने शव अस्पताल पहुंचाया। डीआईजी इरशाद वली ने बताया कि कोरोना प्रोटोकाल के अनुसार कोरोना संक्रमितों का पोस्टमार्टम नहीं कराया जा सकता है, लेकिन हम इस मामले में मेडिकोलीगल की मदद लेंगे।
टीआई खजूरी संध्या मिश्रा ने बताया कि मृतक की पहचान भेल निवासी 45 साल के देवेंद्र मालवीय के रूप में हुई। वे यहां पर 29 अप्रैल को भर्ती हुए थे। वे कोरोना पॉजिटिव थे। 4 मई सुबह अस्पताल की 5 मंजिल से कूदने की सूचना मिली थी। जमीन पर गिरने के कारण उन्हें गंभीर चोटें आई थीं। अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई थी।
कोरोना से ज्यादा जानलेवा डिप्रेशन
इंदौर। कोरोना महामारी से हर कोई जूझ रहा है। लेकिन कोरोना वायरस से भी ज्यादा जानलेवा साबित हो रहा है वह अवसाद यानी डिप्रेशन जो कोरोना की वजह से अपने लोगों की मौत, आसामयीक मृत्य, बदलती जीवनशैली और लॉकडाउन से आई आर्थिक मंदी की देन है। इससे बचने के लिए मनोबल बढ़ाना होगा। मोबाइल की बढ़ती लत व अकेलापन भी इसकी एक प्रमुख वजह सामने आई है। इससे बचना जरूरी है।