छोटे शहरों तक पहुंचा कोरोना वायरस, पूरे प्रदेश में कम्युनिटी स्प्रेड की आशंका, इंदौर और भोपाल में हालत चिंताजनक

Posted By: Himmat Jaithwar
4/8/2020

भोपाल. लॉक डाउन का आज 15वां दिन है। प्रदेश में 312 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हो चुकी है, इसमें से 19 की मौत हो गई है। बीते दो दिनों में जिस तरह से मरीजों की संख्या में एकाएक इजाफा हुआ है उसे देख कोरोना वायरस के कम्युनिटी स्प्रेड में पहुंचने की आशंका बढ़ गई है। मुंबई-दिल्ली के बाद तीसरे नंबर पर इंदौर पहुंच गया है। इंदौर में कोरोना वायरस के अतिरिक्त मुस्लिम समुदाय में हो रही मौते इस शंका को जन्म दे रही हैं। भोपाल में जिस तरह से स्वास्थ्य और पुलिस महकमें के अधिकारी और कर्मचारियों में संक्रमण बढ़ा है इससे शंका और पुख्ता हो जाती है। ग्वालियर में एक दिन में चार मरीज मिले हैं। वहीं श्योपुर, होशंगाबाद, नागदा और बढ़वानी जैसे छोटे शहरों में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने से लोगों में चिंता बढ़ी है। 

भोपाल में स्वासथ्य और पुलिस महकमें में फैला संक्रमण, जांच के आदेश

भोपाल में स्वास्थ्य विभाग के करीब 4 दर्जन से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों के संक्रमित पाए जाने के बाद संक्रमण कैसे फैला इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के 34 कर्मचारी और 10 पुलिसकर्मी संक्रमित हो गए हैं। सतर्कता के लिहाज से कलेक्टर तरुण पिथोड़े और डीआईजी इरशाद वली ने भी जांच के लिए सुआब के सैंपल दिए हैं। हालांकि दोनों में संक्रमण के कोई लक्षण दिखाई नहीं दिए हैं। इसके अलावा परिवार की सुरक्षा को देखते हुए अधिकतर अफसरों ने अपने घर तक छोड़ दिए हैं। सभी होटल, गेस्ट हाउस, प्रशासनिक अकादमी, पुलिस मैस आदि में रहने चले गए हैं।  स्वास्थ्य विभाग में किस शख्स के कारण कोरोना वायरस फैला, इसकी जांच शुरू हो गई है। इसमें प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल, हेल्थ कॉर्पोरेशन के एमडी रहे विजय कुमार जे के साथ डाॅ. वीणा सिन्हा व अन्य जो भी अधिकारी, डॉक्टर व कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव हुए हैं, उनकी कॉन्टैक्ट हिस्ट्री की पड़ताल होगी। दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई होगी। स्वास्थ्य आयुक्त फैज अहमद किदवई ने कहा है कि संक्रमित अफसरों की कॉन्टैक्ट हिस्ट्री और इसके क्रम की पड़ताल करने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए गए हैं। असलियत सामने आने के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। किदवई ने बताया कि परस्पर संपर्क से ही कोरोना संक्रमण का विस्तार होता है। अत: प्रभावित व्यक्ति किन लोगों से किस क्रम में मिले और यह कहां से आरंभ हुआ, इसकी ट्रेसिंग आवश्यक है।

इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव

पुलिस विभाग : अलीम खान (जहांगीराबाद क्षेत्र के सीएसपी), प्रभु दयाल (टीटी नगर थाने के टीआई का ड्राइवर), तनुस, (प्रभु दयाल का बेटा), गिरीश त्रिपाठी (सब इंस्पेक्टर जहांगीराबाद), एहसान नियासी (आरक्षक जहांगीराबाद), सौरभ (सिपाही वीरेंद्र कुमार चौधरी का पुत्र), महेश शर्मा (हनुमान गंज थाने में प्रधान आरक्षक)।
स्वास्थ्यकर्मी : सुनील यादव, महेंद्र मर्सकोले, सौरभ श्रीवास्तव, धर्मेंद्र कुशवाहा, अशोक कुमार, राजेश बाथम, भीकम महादेव, गुंजन जोशी, अभिषेक नेमा, मयंक त्रिपाठी, शक्ति सिंह, इंदिरा बिसेन, प्रीति ठाकुर, रियाजुद्दीन।

ये तस्वीर राजधानी के व्यस्ततम क्षेत्र भारत टॉकीज ब्रिज की है। टोटल लॉक डाउन के बाद पुराने भोपाल के हालत में कुछ सुधार हुआ है। 

जरूरी सामना की किल्लत शुरू

लॉक डाउन के चलते पूरे प्रदेश में जरूरी सामान की किल्लात शुरू हो गई है। ग्रामीण इलाकों में हालत और ज्यादा खराब बताई जा रही है। कई घरों में किराने का सामान नहीं है। दुकानों पर सप्लाई नहीं होने के कारण लोग जरूरी सामान नहीं ले पा रहे हैं। लोग आपस में मिलकर एक दूसरे का काम तो चला रहे हैं पर ये नाकाफी साबित हो रहा है। राजधानी भोपाल में बीते तीन दिन से सब्जी की स्पलाई नहीं हुई है। दूध की किल्लत भी लोगों को हो रही है। बुधवार को हनुमान जंयती होने के बावजूद भी लोगों ने लॉक डाउन का पालन करते हुए मंदिरों से दूरी बनाए रखी। अलसुबह हनुमान मंदिरों में पुजारियों ने पूजा-पाठ के बाद मंदिरों के पट बंद कर दिए। यहीं हाल प्रदेश के सभी हनुमान एवं अन्य मंदिरों का है। 

इंदौर में 7 दिन में 145 जनाजे चार कब्रिस्तानों में पहुंचे 


कोरोना संक्रमण में फंसे देश के सबसे स्वच्छ शहर में मुस्लिम समाज में बढ़े अचानक से मौत के आंकड़े का सिलसिला फिलहाल थम नहीं रहा है। अप्रैल के छह दिन में शहर के मात्र 4 कब्रिस्तान में मृत्यु का जो आंकड़ा 127 था वह सातवें दिन 145 पर पहुंच गया। मतलब एक दिन में ही 18 जनाजे सिर्फ उन्हीं चार कब्रिस्तान में पहुंचे जो क्वारेंटाइन एरिया के लिए ही हैं। भास्कर के खुलासे के बाद राज्य सरकार ने भी इंटेलिजेंस के माध्यम से मौत के आंकड़ों की जानकारी ली। इधर चंदन नगर, छत्रीपुरा और खजराना में स्थानीय पुलिस ने कब्रिस्तान में रखे रजिस्टर की कॉपियां भी निकलवाई। अब तक जो मौत पिछले 7 दिन में हुई है, उनमें औसत आयु 64.41 आई। इसके लिए कब्रिस्तान से मिली सूची के हिसाब से 50 लोगों की मृत्यु की औसत उम्र निकाली गई।

मरीजों के घर एपीसेंटर और सारा शहर कंटेनमेंट क्षेत्र और बफर जोन घोषित
ग्वालियर में कोरोना के चार नए मरीज सामने आने के बाद उनके घरों को एपीसेंटर और  औसपास के 3-3 किमी क्षेत्र को कंटेनमेंट एवं नजदीकी इलाके को बफर जोन घोषित कर दिया गया। कंटेनमेंट एरिया में शामिल वार्डों के हर घर का सर्वे होने के साथ ही इन क्षेत्रों में यातायात को पूरी तरह प्रतिबंध किया गया है। इस तरह से पूरा शहर ही कंटेनमेंट औ बफर जोन में शामिल हो गया है। इससे पहले प्रशासन चेतकपुरी और टेकनपुर को कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित कर चुका है।



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