कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को कहा कि महामारी के दौर में सिस्टम नहीं बल्कि मोदी सरकार फेल हुई है। केंद्र सरकार रिसोर्स का सही तरह से उपयोग नहीं कर पा रही है। सोनिया ने कहा कि पूरे देश में फ्री वैक्सीनेशन के लिए संसद से 35 हजार करोड़ रुपए का बजट जारी हुआ था। इसके बाद भी मोदी सरकार पहले से परेशान राज्य सरकारों पर बोझ डाल रही है। उन्होंने कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी की बैठक में ये बातें कहीं।
हजारों की मौत, लाखों दर-दर भटक रहे
सोनिया गांधी ने कहा कि भारत इस समय हेल्थ क्राइसिस से गुजर रहा है। हजारों लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों लोग अस्पताल, ऑक्सीजन, वैक्सीन और जीवनरक्षक दवाओं के लिए परेशान हो रहे हैं। हालात, दिल तोड़ने वाले हैं। लोग अस्पताल, अपनी गाड़ियों और सड़क में तक जिंदगी के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। मोदी सरकार को संक्रमण से मरते लोगों की फिक्र नहीं है। ऐसे समय लोगों के प्रति सरकार की जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ जाती है।
एक्सपर्ट की सलाह नहीं मानी
उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने एक्सपर्ट की सलाह नहीं मानी। ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और दवाइयों की सप्लाई चेन को पुख्ता नहीं किया गया। इससे जरूरत के समय देशवासियों को पर्याप्त वैक्सीन नहीं मिल पाईं। सरकार ने ऐसे प्रोजक्ट्स पर हजारों करोड़ रुपए खर्च किए, जिनका जनता के हित से कोई लेना-देना नहीं था। वैक्सीनेशन का प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए कंपनियों को कंपलसरी लाइसेंस भी नहीं दिया जा रहा है। मोदी सरकार ने अपनी वैक्सीन पॉलिसी में लाखों दलितों, आदिवासियों, गरीबों और दूसरे बैकवर्ड क्लास को भी शामिल नहीं किया है।
चेतावनी के बाद भी नहीं की तैयारी
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष ने कहा कि नेशनल टास्क फोर्स ने सरकार को काफी पहले कोविड-19 की दूसरी लहर आने की चेतावनी दे दी थी, लेकिन मोदी सरकार ने उससे निपटने की कोई तैयारी नहीं की। इतना ही नहीं पार्लियामेंट स्टैंडिंग कमेटी और विपक्ष ने मोदी सरकार को लगातार चेताया, लेकिन प्रधानमंत्री ने किसी की नहीं सुनी। उन्होंने उस समय कहा था कि हमने कोरोना को हरा दिया है। मोदी की पार्टी ने भी उनका गुणगान शुरू कर दिया था।
लोगों को परेशान कर रहे BJP शासित राज्य
सोनिया गांधी ने कहा कि ऐसे समय जब संक्रमण इतना ज्यादा बढ़ चुका है। BJP शासित कुछ राज्यों में सरकार की ताकत का फायदा उठाकर ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है, जो दिन-रात लोगों की मदद करने में लगे हुए हैं। कई समाजसेवी समूहों पर भी कार्रवाई की गई है। सोशल मीडिया के जरिए भी लोगों के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने भारत को अपंग बना दिया है। अपने पुराने खत का जिक्र करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि मैंने, मनमोहन सिंह और राहुल गांधी ने सरकार को लगातार पत्र लिखकर कई अहम सुझाव दिए, लेकिन सरकार ने किसी की नहीं सुनी।