मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के राज में भांजियों से बीच सड़क पर उठक-बैठक लगवाई जा रही है। वीडियो मुरैना जिले के पोरसा का है। बताया जाता है कि यह वीडियो शुक्रवार दोपहर का है। यहां घर में शादी होने के कारण 4 लड़कियां बैंक से रुपए निकालने गई थीं। लौटते वक्त रास्ते में अफसर मिल गए। उन्होंने लड़कियों से लॉकडाउन में बाहर निकलने पर 100-100 रुपए जुर्माना भरने को कहा। जब लड़कियों ने असमर्थता जताई, तो उनसे सड़क पर ही उठक-बैठक लगवाई गई। आसपास मौजूद लोगों ने इसका वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। इसके बाद लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
लॉकडाउन में बाहर निकलने पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा युवकों से उठक-बैठक लगवाने के मामले सामने आते रहते हैं, लेकिन लड़कियों से उठक-बैठक लगवाने का संभवत: यह पहला है। बताया जा रहा है कि इनमें कुछ नाबालिग भी हैं। लोगों ने अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
शुभ कार्य से पहले कन्याओं को पूजते मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हर शुभ कार्य करने से पहले कन्या पूजन करते हैं। वह प्रदेश भर की लड़कियों के मामा माने जाते हैं। वह दावा करते हैं कि उनकी भांजियों पर आंच नहीं आने दी जाएगी। उनके ही शासनकाल अफसर उनकी भांजियों से सरेराह उठक-बैठक लगवाएंगे, तो क्या कहेंगे।
घटना स्थल पर मौजूद अधिकारी।
तहसीलदार बोले- मैं नहीं था
लोगों का कहना है, वीडियो में पोरसा के मौजूदा तहसीलदार राजकुमार नागौरिया हैं, लेकिन वीडियो में उनके होने की अभी पुष्टि नहीं हुई है। तहसीलदार नागौरिया ने कहा कि वे वीडियो में नहीं हैं। यह वीडियो आज का है, तो उसकी जांच कराएंगे। अगर नहीं है, तो यह भी पता लगाएंगे कि यह वीडियो कब का है।
लोगों में आक्रोश
जिला कांग्रेस कमेटी, मुरैना के अध्यक्ष महावीर जैन का कहना है कि वीडियो में तहसीलदार राजकुमार नागौरिया काली शर्ट में दिखाई दे रहे हैं। उनके पास पटवारी भी खड़ा है। नागौरिया झूठ बोल रहे हैं। मेरे पास सीसीटीवी के फुटेज हैं। समय आने पर उन्हें पेश करूंगा। यह प्रदेश भर की भांजियों का अपमान है। वहीं, क्षेत्रीय विधायक कमलेश जाटव का कहना है कि कोई भी अधिकारी महिलाओं से उठक-बैठक नहीं लगवा सकता। घटना से प्रदेश भर की महिलाओं का अपमान हुआ है। मामले की जांच की जाएगी।संबंधित अधिकारी के खिलाफ मामला सही पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की मांग की जाएगी।
अधिकारी बोले- करेंगे कार्रवाई
मामले में कलेक्टर बक्की कार्तिकेयन ने बताया कि मुझे अभी मामले की जानकारी नहीं है। जानकारी लेकर तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं, चंबल संभाग के संभागायुक्त आशीष सक्सेना का कहना है कि वीडियो पिछले साल का लगता है। इसकी जांच कराई जाएगी। उसके बाद संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।