रतलाम। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रतलाम कलेक्टर का तबादला कर दिया है और उनके स्थान पर गुना कलेक्टर को रतलाम में पदस्थ किया है रतलाम में नए केलक्टर की मांग कांग्रेस आईटी सेल के अध्यक्ष हिम्मत जैथवार ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर की थी और रतलाम में कोरोना के हालात को भी पत्र में माध्यम से बताया था हिम्मत जैथवार में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिख कर बताता था कि रतलाम में कोरोना महामारी ने विकराल रूप ले लिया है और रतलाम के हालात बिड़ते जा रहे है ईलाज नही मिलने से कई लोगो की मौत हो चुकी है। लेकिन रतलाम के वर्तमान जिला जिलाधीश बंद कमरों में बैठकर केवल आदेश जारी करते है आम लोगो की परेशानियों से उन्हें कोई लेना देना नही है। मेडिकल कॉलेज की स्थिति बहुत खराब हो चुकी है बेड की कमी बताकर वहाँ मरीज को भर्ती करने से मना किया जा रहा है औऱ सभी प्राइवेट हॉस्पिटलों को 30 प्रतिशत कोरोना के ईलाज की अनुमति दे ही है जिसका फायदा उठाकर निजी हॉस्पिटल कोरोना महामारी के नाम पर जनता से लाखों रुपये वसूल रहे है। लॉकडाउन के 20 दिन बाद भी कोरोना के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे है लॉक डाउन के पहले 30, 40 कोरोना के मरीज मिलते थे लेकिन लॉक डाउन के बाद 200 से 290 मरीज प्रतिदिन तक मिल रहें है। रतलाम कलेक्टर कभी कोविड हॉस्पिटल नही गए केवल कोई मंत्री आते है या कोई फोटो सेशन करवाना हो तभी मेडिकल कॉलेज में बने कोविड हॉस्पिटल जाते है। रतलाम जिलाधीश के निष्क्रिय होने के कारण किसी भी अधिकारियो और मेडिकल स्टाफ पर उनका अंकुश नही है और वे अपनी मनमानी कर रहे है।
2020 में कोरोना महामारी में तत्कालीन कलेक्टर रुचिका चौहान का कार्य सराहनीय रहा और उन्हने जिले में कोरोना को काफी अच्छा कंट्रोल किया।
रतलाम जिला कलेक्टर के रूप ने आई एएस अधिकारी को पदस्त किया जाए जो जिले की स्थिति को समझ कर कोरोना से लड़ाई लड़ने के लिए जमीन पर उतर का कार्य करे। रतलाम कलेक्टर के हुए तबादले को लेकर जनता में हर्ष का माहौल भी है।