लॉकडाउन का लगातार विरोध करने वाले राहुल गांधी ने भी अब देश में कम्पलीट लॉकडाउन की मांग की है। हैरत की बात ये है कि 20 दिन पहले ही राहुल ने लॉकडाउन को तुगलकी कदम बताया था। अब उन्होंने कहा है कि लॉकडाउन ही एकमात्र विकल्प है।
राहुल ने बुधवार को ट्वीट किया- मैं साफ कर देना चाहता हूं कि लॉकडाउन ही अब विकल्प बचता है, क्योंकि केंद्र सरकार के पास कोई रणनीति नहीं है। उन्होंने वायरस को ऐसी स्टेज तक पहुंचने में मदद की, जहां से उसे रोकने का दूसरा कोई रास्ता नहीं है।
पिछले साल राहुल गांधी ने किया था लॉकडाउन का विरोध
वहीं, पिछले साल जब केंद्र सरकार ने देशभर में संपूर्ण लॉकडाउन लगाया था। तब राहुल गांधी ने इसका विरोध किया था। उस दौरान उनका तर्क था कि लॉकडाउन कोरोना की स्पीड रोकता है। उसे खत्म नहीं करता है।
IMA भी कर चुका संपूर्ण लॉकडाउन की मांग
इधर, कुछ दिन पहले इंडियन मेडिकल एसोसिएशन भी देशभर में संपूर्ण लॉकडाउन की मांग कर चुका है। IMA की तरफ से सरकार को सुझाव दिया गया था कि देश में रोजाना कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। इसकी चेन को तोड़ने के लिए सरकार को तुरंत लॉकडाउन लगाना चाहिए। इस टास्क फोर्स में AIIMS और ICMR जैसी संस्था के हेल्थ एक्सपर्ट्स भी शामिल थे।
बाइडेन के चीफ मेडिकल एडवाइजर भी दे चुके संपूर्ण लॉकडाउन की सलाह
भारत के एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में बाइडेन सरकार में मुख्य चिकित्सा सलाहकार डॉ. एंथोनी फॉसी भी भारत में सख्त लॉक़डाउन लगाने की सलाह दे चुके हैं। उन्होंने कुछ दिनों पहले कहा था कि भारत में कोरोना संक्रमण की चेन की तोड़ने के लिए कुछ हफ्तों का सख्त लॉकडाउन लगा देना चाहिए। इससे कोरोना का कंट्रोल करने में मदद मिल सकेगी।