सतना। कोरोना संकट में ऑक्सीजन सिलेंडर, इंजेक्शन और दवाओं की कालाबाजारी करने वालों पर सख्ती तेज हो गई है। सतना में ऑक्सीजन सिलेंडर की काला बाजारी करने वाले विंध्या इंजीनियरिंग के संचालक को तीन माह के लिए जेल भेज दिया गया है। संचालक राजीव जैन पर 25 हजार रुपए में ऑक्सीजन सिलेंडर बेचने का आरोप था। छापे में 600 से ज्यादा छोटे और जंबो सिलेंडर प्रशासन को मिले थे।
एसपी के प्रतिवेदन पर जिला मजिस्ट्रेट ने आरोपी राजीव जैन को 3 माह की कैद का आदेश दिया है। आरोपी ने अदालत के समक्ष जमानत याचिका लगाई थी। मगर कोर्ट ने याचिका ठुकरा दी थी। न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी राजकुमार त्रिपाठी की अदालत ने राजीव को 13 मई तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजा है।
बता दें कि दो मई को कोरोना महामारी के बीच बड़े स्तर पर कलेक्टर अजय कटेसरिया को आक्सीजन सिलेंडरों के जमाखोरी की सूचना मिली थी। शिकायतकर्ता ने बताया था कि मुनाफाखोरी के लिए विंध्या इंजीनियरिंग का संचालक राजीव जैन अपने स्तर पर मनमाने रेट निर्धारित किया है। वह लोगों की मजबूरियों का फायदा उठा रहा है। ऐसे में कलेक्टर ने जिला प्रशासन और पुलिस की टीम बनाकर छापा मार कार्रवाई की। जहां कोलगवां स्थित विंध्या इंजीनियरिंग फर्म की गोदाम में दबिश दी गई।
छापे में यह मिला था
जिला प्रशासन, पुलिस, ड्रग इंस्पेक्टर और नगर निगम की संयुक्त टीम ने दबिश दी। गोदाम से ऑक्सीजन के छोटे बड़े 661 सिलेंडर बरामद किए गए। इस सिलेंडरों में सर्वाधिक ऑक्सीजन के 571 जंबो सिलेंडर मिले थे। यहां आरोपी जरूरतमंदों को मजबूरी का फायदा उठाकर 25 हजार में ऑक्सीजन सिलेंडर और 7 हजार रुपए में किट बेचा करता था।
राशि तो ली पर नहीं दिया सिलेंडर
विंध्या इंजीनियरिंग के संचालक राजीव जैन को भनक थी कि उसपर नजर रखी जा रही है। ऐसे में पैसे लेने के बाद उसने मरीज के परिजन को डिलीवरी देने से मना कर दिया। परिजन ने इसकी शिकायत कलेक्टर से कर दी।