इंदौर. दहेज ऐक्ट के केस में करीब 10 महीने से जेल में बंद महिला कैदी ने फांसी लगाकर जान दे दी। मंगलवार सुबह चाय-नाश्ते के बाद वह अन्य महिला कैदी से नहाने जाने की कहकर बाथरूम में गई थी। यहां काफी देर तक बाहर नहीं आने पर जेल पहरी ने जाकर देखा तो वह फंदे पर लटकी मिली। जेल प्रशासन के अनुसार महिला ने अपने ही ब्लाउस से फंदा बनाकर जान दी है।
जेल अधीक्षक अदिति चतुर्वेदी बताया कि मंगलवार को एक विचाराधीन कैदी ने फांसी लगाकर जान दी है। 50 वर्षीय अंजू पति राजेंद्र सेन निवासी मेढ़क गांव की रहने वाली थी। महिला दहेज ऐक्ट में जुलाई 2019 से जेल में बंद थी। इसी मामले में उसका बेटा और पति भी बंद है। दो से तीन दिन पहले जेल मुलाकात में उसने पति और बेटे से बात की थी। इस दौरान वह किसी भी प्रकार से तनाव में नहीं लग रही थी। सुबह भी उठने के बाद आमदिनों की तरह ही उसने सबके साथ चाय-नाश्ता किया। इसके बाद नहाने का कहकर बाथरूम में गई। काफी देर तक बाहर नहीं आई तो जेल पहरियों ने गेट से देखा इस पर वह फंदे पर लटकी मिली।