बालाघाट। बालाघाट में कोरोना काल में एम्बुलेंस चालक मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे। मरीज के परिवार वालों से मनमाना किराया वसूला जा रहा है। ऐसे में एक युवक ने अपनी पांच लग्जरी गाड़ियों को एम्बुलेस बना दिया। नक्सल प्रभावित बैहर क्षेत्र में यह युवा फ्री में एम्बुलेंस उपलब्ध करा रहा है।
बंटी जैन ने अपनी इनोवा, हौंडा सिटी, इटियॉस की लग्जरी कार ऑक्सीजन सिलेंडर, बेड के साथ तैयार की है। आदिवासी बाहुल्य बैहर में एंबुलेंस की कमी और चालकों के मनमाने दाम वसूलने के कारण इस युवा ने गरीब मरीजों को निशुल्क लाने ले जाने के लिए यह तैयारी की है। शहर के सक्षम लोग आपस में चंदा कर मरीजों के लिए डीजल की व्यवस्था करते हैं और जो सक्षम है उससे सिर्फ लागत मूल्य पर एम्बुलेंस मरीजों का अस्पताल लाने ले जाने के लिए देते हैं। युवा व्यापारियों की यह पहल कोरोना संक्रमण काल में गरीबों के लिए बड़ी मदद साबित हो रही है।
बंटी जैन ने बताया हम लोगों ने आपस में मिलकर अपनी गाड़ियों को एंबुलेंस में कन्वर्ट किया है। इसमें ऑक्सीजन सिलेंडर भी लगाए गए हैं ताकि गरीब मरीजों को सुविधा विहीन क्षेत्र से अस्पताल ले जा सके। यह पूरा काम निर्धन मरीजों के लिए निशुल्क किया जा रहा है। इस काम में बंटी के दोस्त भी मदद कर रहे हैं। युवा समाज सेवी मनीष तिवारी ने बताया जब कोई गरीब मरीज को बाहर से शहर अस्पताल में भर्ती होने जाना होता है तो हम लोग आपस में सहयोग कर डीजल और बाकी व्यवस्था करते हैं। मरीज को निशुल्क अस्पताल तक ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ अपनी गाड़ियों से पहुंचा देते हैं।