जबलपुर। जबलपुर में अब 17 मई की सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन रहेगा। शुक्रवार 30 अप्रैल को जिला आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसके निर्देश दिए। वहीं, जबलपुर की तर्ज पर प्रदेश में विधायकों की अगुवाई में हर विधानसभा क्षेत्र में 6 सदस्यीय टीम गठित होगी। ये टीम ही कोरोना संबंधी हर तरह के निर्णय और मॉनिटरिंग करेगी।
जबलपुर में सीएम की घोषणा के अनुसार अभी तक 7 मई तक लागू किया गया था। अब इसे बढ़ाकर 17 मई तक किया जा रहा है। जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और इलाज की व्यवस्थाओं व संसाधनों को लेकर समीक्षा की गई। जबलपुर से प्रदेश के सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया ने सीएम को बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी दी। बताया कि जबलपुर में अब जनता कर्फ्यू 15 मई तक बढ़ाने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है।
अजय विश्नोई के प्लान की सराहना
जिला आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में विधायक अजय विश्नोई ने हर विधायक की अगुवाई में छह सदस्यीय टीम गठित करने का निर्णय लिया है। इसी तरह ग्राम पंचायत स्तर पर भी टीम गठित करने का सुझाव दिया था। इस नवगठित टीम के साथ अगले एक सप्ताह तक पूरी ताकत के साथ कोरोना को रोकने और जागरुक करने का अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है।
मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया से जबलपुर की स्थित की जानकारी लेते सीएम शिवराज सिंह।
जबलपुर मॉडल पूरे प्रदेश में होगा लागू
सीएम ने जबलपुर में विधानसभा स्तर पर कोरोना संक्रमण रोकने, इलाज सहित अन्य इंतजामों की निगरानी के लिए विधायक की अगुवाई में गठित 6 सदस्यीय टीम गठित करने के प्रयासों को अनूठा बताया और इसे पूरे प्रदेश में लागू करने की बात कही। इसे विधायक लीड करेंगे। विधायक के साथ इसमें एसडीएम, एसडीओ, परियोजना अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग, नगर पालिका या नगर पंचायत के सीएमओ और जनपद पंचायत के सीईओ को शामिल किया गया है। इसी तरह पंचायत स्तर पर माइक्रो मैनेजमेंट करके सरपंच, पटवारी, रोजगार सहायक, सचिव आदि की टीम बनाकर अगले सात दिनों तक कोरोना की रोकथाम के लिए अभियान चलाया जाएगा।
नर्सिंग कॉलेज के अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं सहित इंटर्नशिप करने वाले आयुष चिकित्सकों की ली जाएगी सेवा
मंत्री भदौरिया ने सीएम को बताया कि विधायक अजय विश्नोई से सुझाव मिला है कि प्रदेश में पैरामेडिकल स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए नर्सिंग कॉलेज के अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं सहित इंटर्नशिप करने वाले आयुष चिकित्सकों की भी कोरोना केयर सेंटर में सेवाए ली जा सकती हैं। सीएम ने तत्काल इस प्रस्ताव पर अमल का निर्देश अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान को दिया। जबलपुर में सहकारिता मंत्री ने मुख्यमंत्री को बताया कि यहां निजी मेडिकल एसोसिएशन और निजी नर्सिंग कॉलेज सहित अस्पतालों ने एक अच्छी पहल कर कोविड केयर सेंटर में दिनवार डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टॉफ उपलब्ध कराने की सहमति दी है।
जिले में पॉजिटिविटी दर 24.28 प्रतिशत हुआ
जिले में पाॅजिटिविटी दर 29 प्रतिशत से कम हो गई। यह अब 24.28 प्रतिशत पर आ गई है। जिले में शहरी क्षेत्र में 65 और ग्रामीण क्षेत्रों में 94 स्थानों पर माइक्रो कंटेनमेंट क्षेत्र बनाया गया है। अगले सात दिनों तक युद्ध स्तर पर कोरोना नियंत्रण, उपचार व बचाव कार्य किया जाएगा। जिले में 2079 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड और 1416 आईसीयू बेड उपलब्ध हैं। वहीं 10 हजार 500 कोरोना दवाइयों का किट वितरित किया जा चुका है।
सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया के साथ सांसद राकेश सिंह व अन्य।
18 जिलों के कोरोना संक्रमितों का हो रहा इलाज
जबलपुर के आस-पास के 18 जिलों से कोरोना संक्रमित मरीज रेफर होकर यहां आ रहे हैं। जिले में कोविड केयर सेंटर तैयार किए जा रहे हैं। डी-मार्ट कोविड केयर सेंटर में असिम्प्टोमेटिक, माइल्ड और बिना ऑक्सीजन वाले मरीजों का इलाज किया जायेगा। भविष्य में इसमें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की सहायता से ऑक्सीजन बेड उपलब्ध कराए जाएंगे। सांसद के आवास पर इस कोविड केयर सेंटर के लिए कुछ निजी अस्पताल के संचालक और केमिस्ट की ओर से 60 लाख रुपए की मदद भी दी गई।