रतलाम जिले के सैलाना क्षेत्र के एक गांव में कोरोना गाइडलाइन के नियमों को ताक में रखकर वैवाहिक आयोजन किया जा रहा था। पंगत चल रही थी और अफसर पहुंच गए। हलवाई तो भाग खड़ा हुआ है लेकिन मेहमान भोजन करते रहे। अफसरों ने सभी को फटकार लगाई। वैवाहिक आयोजन के लिए खरीदे गए सामान के बिल भी जब्त किए गए। अफसरों का कहना है कि जिन दुकानदारों ने लॉकडाउन में सामान बेचा है, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
कोरोना संक्रमण रोकने के लिए शादियों मे शामिल होने वाले लोगों की संख्या पर अंकुश लगाया गया था। केवल 10 लोगों की मौजूदगी में शादी करना थी लेकिन रतलाम जिले की सैलाना तहसील के गांव भीलो की खेड़ी मे अलग ही नजारा था। ग्राम भीलों की खेड़ी में एसडीएम कामिनी ठाकुर के निर्देश पर तहसीलदार अरुण चंद्रवंशी मौके पर पहुंचे तो 100 से अधिक लोग खाना खाते दिखाई दिए। तहसीलदार ने कार्रवाई शुरू की तो शादी में हड़कंप मच गया। टीम को आते देख हलवाई भाग खड़ा हुआ। विवाह आयोजक को नोटिस जारी कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
गांव मे गिरधारी पिता भागीरथ डामर के घर पर लड़के की शादी थी। शादी की अनुमति में मात्र 10 लोगों का आयोजन करना था लेकिन मौके पर 100 से अधिक लोग खाना खाते मिले। सोशल और फिजिकल डिसटेंस नहीं दिखाई दिया। मौके से इंडेन गैस के सिलेंडर भी मिले। मामले में गैस एजेंसी संचालक को भी नोटिस देकर कारवाई की जाएगी। मौके से इलेक्ट्रॉनिक सामान के बिल भी जब्त किए गए। लॉकडाउन मे जब पूरा बाजार बंद था तब श्रीराम इलेक्ट्रॉनिक बस स्टैंड सैलाना द्वारा 25 व 28 अप्रैल की तारीख मे सामान बेचा गया, जिसके बिल प्रशासन ने जब्त किए। श्रीराम इलेक्ट्रॉनिक पर भी कारवाई की जाएगी। शादी की पत्रिका में प्रीतिभोज का समय शाम 6 बजे का था लेकिन दोपहर में ही प्रीतिभोज शुरू हो गया।
इसी प्रकार ग्राम करिया मे भी दो दिन पहले ही शादी हो गई। इसी तरह यह भी देखने में आया है कि विवाह आयोजक गलत पत्रिका छपवा कर अनुमति ले रहे हैं और विवाह का आयोजन निर्धारित समय निर्धारित स्थान और निर्धारित दिन पर नहीं कर रहे हैं। अफसरों ने बताया कि अब यह व्यवस्था की जाएगी कि विवाह आयोजक अनुमति लेते समय शपथ पत्र प्रस्तुत करें। साथ ही यदि निर्धारित समय पर या समय के पहले विवाह किया तो उस पर भी गलत जानकारी और प्रशासन को गुमराह करने की कार्रवाई की जाएगी।