मध्यप्रदेश में गुरुवार को कोरोना से कांग्रेस के दो और नेताओं का निधन हो गया। मालवा क्षेत्र के दिग्गज नेता और पूर्व विधायक राजेंद्रसिंह बघेल की मौत हो गई जबकि महिला प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मांडवी चौहान का भी निधन हो गया। बघेल दिग्विजयसिंह के बेहद करीबी माने जाते थे। इससे पहले आलीराजपुर जिले से विधायक कलावती भूरिया और देवास की पहली महापौर की भी मौत हुई। इस बीच आंकड़ों की बात करें तो कोरोना के नए संक्रमित मिलने की संख्या में उतार-चढ़ाव आ रहा है। पिछले दिनों नए मरीज मिलने का आंकड़ा स्थिर था, लेकिन बुधवार को इसमें मामूली कमी आई। प्रदेश में बुधवार को 12,758 नए मरीज सामने आए। राहत की बात है कुल मामलों से ज्यादा यानि 14,156 लोग ठीक भी हुए। संक्रमण दर भी 1% गिरकर 21.7% रह गई। ठीक होने वालों के साथ एक्टिव केसों की संख्या में भी गिरावट आई है। बुधवार को 1503 एक्टिव केस कम हुए। अब प्रदेश में कुल एक्टिव केस 92 हजार 773 रह गए हैं।
प्रदेश के चार बड़े शहरों में 5261 नए केस सामने आए, जबकि 21 मौतें हुईं। दूसरी तरफ प्रदेश में रेमडेसिविर और ऑक्सीजन की किल्लत बदस्तूर बनी हुई है। रतलाम में देर रात एक निजी अस्पताल में मरीज के परिजनों ने ऑक्सीजन के लिए हंगामा किया।
नए केसों की संख्या में कमी लाने के लिए प्रदेश में सरकार ने 10 मई की सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन की तैयारी कर ली है। केंद्र सरकार के आदेश पर ये निर्णय लिया जा रहा है। अलग-अलग जिलों में संक्रमण की ताजा स्थिति देखते हुए राज्य सरकार को यह फैसला लेना पड़ रहा है। शुरुआत होशंगाबाद, उज्जैन से हो भी गई है।
प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष मांडवी चौहान की कोरोना से मौत हो गई।
केंद्रीय गृह सचिव अनिल कुमार भल्ला ने मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस को 26 अप्रैल को पत्र लिखा। इसमें कहा गया, जिन जिलों में संक्रमण दर औसतन 10% से ज्यादा है, वहां जनता कर्फ्यू (लॉकडाउन) अगले 10 दिन और बढ़ा दें।
9वीं और 11वीं का रिजल्ट 15 मई को
प्रदेश में बढ़ते संक्रमण के कारण शिक्षा विभाग ने 9वीं और 11वीं का रिजल्ट टेस्ट और अर्द्धवार्षिक परीक्षा के आधार पर बनाने का निर्णय लिया है। लाेक शिक्षण संचालनालय ने एक महीने देरी से 15 मई को परिणाम जारी करने की घोषणा की है।
छोटे शहर बने चुनौती
प्रदेश में छोटे शहरों में बढ़ता संक्रमण चुनौती बना हुआ है। आठ जिलों शाजापुर, पन्ना, आगर मालवा, उमरिया, कटनी, राजगढ़, गुना और अनूपपुर में संक्रमण की दर पिछले दो दिन में घटी है, जबकि 7 अन्य छोटे जिलों में टीकमगढ़, दतिया, शिवपुरी, सिंगरौली, विदिशा, दमोह और नीमच में संक्रमण की दर 30% से भी ज्यादा पहुंच गई है। छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, खंडवा व भिंड को छोड़कर सभी जिलों में औसत संक्रमण दर 37% तक है।
धार में बसंत विहार काॅलाेनी निवासी बीई मैकेनिकल अजीज खान ने बाइक एम्बुलेंस बनाकर पीड़िताें के लिए फ्री उपलब्ध करा रहे हैं। इस एम्बुलेंस काे बाइक से टाेचन कर मरीज काे अस्पताल पहुंचा सकते हैं। इसमें दवाइयाें से लेकर 25 किलाे का ऑक्सीजन सिलेंडर लगा है। इसे ले जाने वालों काे ऑक्सीजन सिलेंडर में फिर से गैस भरवाना हाेती है। इससे अब तक आठ लाेगों काे नई जिंदगी मिली है।
प्रदेश के चार शहरों की स्थिति
जबलपुर: टीकाकरण के लिए पहले दिन हुए 700 रजिस्ट्रेशन
यहां बीते 24 घंटों में 975 लोग डिस्चार्ज किए गए, वहीं 741 नए मरीज सामने आए। 7 लोगों की मौत हुई। अब तक 35 हजार से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। एक्सपर्ट का मानना है कि ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि कोरोना अपनी पीक से कुछ नीचे आ सकता है। एक्टिव केस घटे हैं, तो स्वस्थ होने की दर भी बेहतर होने की स्थिति में है। बुधवार से टीकाकरण के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी शुरू कर दिए गए हैं। पहले ही दिन 700 लोगों ने पंजीयन करवा लिया है।
इंदौर: 10 दिन में 18 हजार नए केस, राधास्वामी केयर सेंटर भी फुल
इंदौर में राधास्वामी कोविड केयर सेंटर भी फुल हो गया है।
यहां 10 दिन में 18 हजार नए केस सामने आ चुके हैं। अस्पतालों में तो बेड फुल हैं ही, राधास्वामी कोविड केयर सेंटर भी बुधवार को फुल हो गया। दूसरे चरण के 600 बेड दो दिन में तैयार करने का दावा है। आईडीए सीईओ विवेक श्रोत्रिय ने बताया कोविड केयर सेंटर के दूसरे चरण में 600 बेड में आधे से ज्यादा तैयार हो चुके हैं। अभी एसी का ही काम बाकी है। अभी की स्थिति में पहले चरण के 600 बेड में से 528 बेड भर चुके हैं। 72 बेड ऑक्सीजन लाइन के लिए रिजर्व रखे हैं। अब तक यहां से 25 से ज्यादा लोग ठीक होकर लौट चुके हैं।
भोपाल: नए संक्रमितों से ज्यादा ठीक भी हुए
ऑक्सीजन एक्सप्रेस; झारखंड से 31 टन ऑक्सीजन से भरे दो टैंकरों को लेकर मंडीदीप पहुंची ट्रेन।
भोपाल में बुधवार को 1811 नए मामले सामने आए। वहीं 1668 लोग ठीक भी हुए। यहां 3 लोगों की मौत हुई। भोपाल में एक्टिव केस इंदौर से ज्यादा हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार भोपाल में 13,587 एक्टिव केस हैं, जबकि इंदौर में यह संख्या 13,354 है। ऐसे में भोपाल में ऑक्सीजन की अपूर्ति तेज की जा रही है। जानकारी के अनुसार भोपाल में एक्टिव केसों की संख्या के हिसाब से रोज 110 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है। भोपाल में वीकेंड लॉकडाउन के दौरान ऑक्सीजन की प्रतिदिन 40 मीट्रिक टन मांग थी, वह अब बढ़कर 110 मीट्रिक टन से भी ज्यादा पहुंच गई है।
ग्वालियर: 920 नए संक्रमित मिले, 1147 ठीक होकर घर गए
पिछले आठ दिनों से लगातार 1100 से ज्यादा रहा आंकड़ा बुधवार को हजार से कम रहा। यहां 24 घंटे में 920 नए संक्रमित मिले हैं, लेकिन 1147 लोग ठीक होकर घर गए। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक यहां मात्र 5 मौतें हुईं, जबकि श्मशान घाटों पर 40 संक्रमितों का कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया गया। ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत जारी है। बुधवार को कलेक्टर ग्वालियर ने इंजेक्शन के लिए नई व्यवस्था बनाई है। अब इंजेक्शन अस्पताल को ही बांटे जाएंगे। हर दिन कलेक्टोरेट पर लिस्ट लगेगी कि किस अस्पताल को कितने इंजेक्शन दिए गए।