पाड्रा थाने के पुलिस निरीक्षक एस ए करमुर ने शिकायत के आधार पर बताया कि आरोपी नूर मोहम्मद मलिक (50) ने सोशल मीडिया पर इन पंक्तियों के साथ एक तस्वीर साझा की थी कि ‘निजामुद्दीन मरकज में लोग छिपे हैं, लेकिन वैष्णो देवी में फंसे हैं।’
अहमदाबाद: गुजरात के वड़ोदरा जिले में एक सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य को कोरोना वायरस और निजामुद्दीन मरकज के संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पाड्रा थाने के पुलिस निरीक्षक एस ए करमुर ने शिकायत के आधार पर बताया कि आरोपी नूर मोहम्मद मलिक (50) ने सोशल मीडिया पर इन पंक्तियों के साथ एक तस्वीर साझा की थी कि ‘निजामुद्दीन मरकज में लोग छिपे हैं, लेकिन वैष्णो देवी में फंसे हैं.' पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने यह भी लिखा था कि मीडिया कोरोना वायरस से ज्यादा खतरनाक है. मलिक ने शिक्षकों और प्रधानाचार्यों के एक व्हाट्सएप ग्रुप में एक वीडियो भी साझा किया था.
मलिक पाड्रा शहर के पास सेजाकुवा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय का प्रधानाचार्य है. पुलिस ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ धर्म के आधार पर समूहों में दुश्मनी पैदा करने, दुश्मनी बढ़ाने संबंधी बयान देने और नफरत बढ़ाने के आरोप में भादंसं तथा आपदा प्रबंधन कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी अपने द्वारा साझा किए गए वीडयो में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते भी सुनाई देता है. उन्होंने बताया कि व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल एक शिक्षक ने पुलिस को इस बारे में शिकायत दी.