रतलाम। जीवांश हास्पिटल में रेमेडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में लिप्त तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को आज एक और बड़ी सफलता मिली। पुलिस ने इस मामले से जुड़े 4 और आरोपियों को गिरफ़्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में एक महिला भी शामिल है।
उल्लेखनीय है कि बीती रात पुलिस ने अस्सी फीट रोड स्थित जीवांश हास्पिटल में कार्यरत उत्सव नायक को रेमेडेसिविर का इंजेक्शन तीस हजार रु. में बेचते हुए गिरफ्तार किया था। उत्सव द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर पुलिस ने जीवांश हास्पिटल के ही एक और कर्मचारी यशपाल राठौर को भी गिरफ्तार किया गया था। उक्त दोनो आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया था कि उक्त इंजेक्शन उन्होने प्रणव जोशी पिता यशवन्त जोशी 21 नि.मन्दसौर से पच्चीस हजार रु. में खरीदा था और पांच हजार का लाभ लेकर तीस हजार रु. में बेच रहे थे। पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए मन्दसौर से तीसरे आरोपी प्रणव जोशी को भी गिरफ्तार किया गया ।
पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान यशवंत जोशी उक्त रेमडेसिवीर इंजेक्शन जिला चिकित्सालय मे OPD पर्ची काटने वाले गोपाल मालवीय पिता राजू लाल निवासी सेजावता के द्वारा कोन्फ्रेंस कॉल के माध्यम से यशपाल राठोर को उपलब्ध कराये जाने कि जानकारी दी, जानकारी पर तत्काल गोपाल मालवीय को ग्राम सेजावता से गिरफ्तार किया गया । इस दौरान पुलिस ने आरोपी गोपाल के कब्जे से mylan laboratories limited company का डेसरेम ब्रांड का रेमडेसिवीर इंजक्शन 100mg/ vial जप्त कि गई ।
पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान गिरफ़्तार आरोपी गोपाल मालवीय की निशानदेही पर इस मामले में चेन के रूप में शामिल रोहित पिता लक्ष्मी नारायण प्रजापत उम्र 24 वर्ष निवासी ग्राम सेजावता ,पंकज प्रजापत पिता भारत सिंह प्रजापत उम्र 25 वर्ष तथा रीना पिता भारत सिंह प्रजापत निवासी शिव नगर रतलाम को गिरफ्तार किया। पंकज और रीना दोनों भाई बहन है।
पंकज प्रजापत ने पुलिस को बताया कि उसकी बहन रीना पिता भारत सिंह शासकीय मेडिकल कॉलेज मे ICU मे स्टाफ नर्स का काम करती है, व मरीज़ो को लगे हुए रेमडेसिवीर इंजेक्शन के खाली विकल एवं बाहर कि पेकिंग को पंकज को उपलब्ध करती थी, जिस खाली विकल मे आरोपी पंकज मोनसेफ नामक (ceftrixone injection) सेफ्टीसोने इंजेक्शन नामक पाउडर भर कर उनकी दोबारा पेकिंग कर खरीदने वाले गोपाल व रोहित को उपलब्ध कराया करता था ।
पंकज के घर पर पुलिस द्वारा दबिश के दौरान आरोपी के घर से रेमडेसिवीर इंजेक्शन के 4 खाली (बोतल), मोनसेफ नामक (ceftrixone injection) सेफ्टीसोने इंजेक्शन के 8 खाली vial व 10 भरे vial, 8 vial के ढक्कन मिले। वही ढक्कन चिपकाने का साधन , ढक्कन निकालने हेतु एक पेचकस,इंजेक्शन के बॉक्स पर नाम मिटाने हेतु सेनेटाइज़र, एक डॉक्टर टेप व मार्कर पेन जप्त किये गए है ।
पुलिस द्वारा उक्त प्रकरण मे 308,120बी धाराओं का इजाफा किया गया है एवं धारा 467,468,471 का इजाफा भी किया जावेगा । अन्य तथ्य प्रकाश मे आने पर प्रकरण मे उपयुक्त धाराओ का इजाफा हो सकता है ।
हेल्पलाइन नम्बर जारी
पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने रेमेडेसिविर इंजेक्शन और आक्सिजन जैसी अत्यावश्यक दवाओं आदि की कालाबाजारी रोकने के लिए एक हेल्पलाइन नम्बर जारी किया है। एसपी ने आम लोगों से अपील की है कि यदि उन्हे इस सम्बन्ध में कोई भी जानकारी हो तो वे हेल्पलाइन नम्बर पर काल करके या व्हाट्स एप के माध्यम से पुलिस तक बिना किसी भय के सूचना पंहुचा सकते है। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा।