ऑक्सीजन खत्म होने के बाद नहीं बदला सिलेंडर, बेटा गिड़गिड़ाता रहा; स्टाफ CMHO का आदेश मांगता रहा और टूट गईं सांसें

Posted By: Himmat Jaithwar
4/26/2021

भिंड जिला अस्पताल में लापरवाही से महिला ने दम तोड़ दिया। आईसीयू में ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म होने के बाद महिला तड़प रही थी। बेटा नर्सिंग स्टाफ से निवेदन करता रहा। हर कोई CMHO के आदेश के बाद नया सिलेंडर लगाने की बात कहकर टाल देता था।

कुछ देर बाद अस्पताल के स्टाफ व परिजनों की आंखों के सामने महिला ने ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ दिया। घटना रविवार की देर रात की है। इसके बाद परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया।

मेहगांव के गढ़ी गांव निवासी गुड्डी देवी पत्नी यशवंत प्रजापति (48) की रविवार शाम 5 बजे अचानक तबीयत खराब हो गई। महिला को पेट में दर्द व सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। शाम साढ़े छह बजे परिजन महिला को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टरों को दिखाया। इसके बाद भर्ती किए जाने की बात कही। शाम साढ़े 6 से साढ़े 8 बजे तक महिला का इलाज शुरू नहीं हो सका। तबीयत ज्यादा बिगड़ी ताे उसे आईसीयू में भर्ती किया गया।

महिला का ऑक्सीजन सिलेंडर करीब साढ़े दस बजे खत्म हो गया। इसके बाद परिजनों ने स्टाफ ड्यूटी में मौजूद कर्मचारियों से सिलेंडर बदलने जाने की गुहार लगाई। इसके बाद भी स्टाफ ने अनसुना किया। नर्सिंग स्टाफ पर जब जोर दिया गया तो उन्होंने CMHO डॉ अजीत मिश्रा से आदेश दिलाने की बात कही।

बेटे दशरथ का आरोप है कि बार-बार CMHO को फोन लगाया, एक भी बार फोन रिसीव नहीं हुआ। इधर नर्सिंग स्टाफ द्वारा नया ऑक्सीजन सिलेंडर न लगाए जाने के कारण मेरी मां की मौत हुई है। मृतिक के बेटे ने हॉस्पिटल प्रबंधन पर निशाना साधते हुए हंगामा खड़ा किया। इसके बाद मौके पर पुलिस आ गई। उनके समझाने के बाद परिजन शव लेकर अपने घर चले गए।

गंभीर हालत में हुई थी भर्ती: CMHO

CMHO डॉ अजीत मिश्रा का कहना है कि महिला की उम्र अधिक थी। वो गंभीर रूप से बीमारी की अवस्था में भर्ती हुई थीं। उपचार में कोई लापरवाही नहीं हुई। ऑक्सीजन की कोई कमीं नहीं है। आरोप निराधार हैं। वहीं, बेटे का कहना है कि उसकी मां की उम्र 48 साल थी।



Log In Your Account