ग्वालियर। ग्वालियर में कोरोना महामारी से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। शुक्रवार-शनिवार की वो रात खौफनाक थी, जब सैकड़ों लोग ऑक्सीजन नहीं मिलने से तड़प रहे थे। उनकी सांसें उखड़ रही थीं। कुछ ने तो दम भी तोड़ दिया। बेबस ऊर्जा मंत्री प्रदयुम्न सिंह तोमर, कलेक्टर और एसपी हर संभव मदद के लिए हाथ-पैर मार रहे थे, पर कुछ नहीं कर पा रहे थे।
सुबह जब मालनपुर स्थित एलईडी बल्ब बनाने वाली सूर्या कंपनी ने अपना प्लांट का काम बंद कर ऑक्सीजन प्लांट के द्वार लोगों की मदद में खोल दिए, तो मंत्री तोमर की जान में जान आई। उनसे रहा नहीं गया। ऊर्जा मंत्री ने अपना सिर कंपनी प्रबंधन के सामने झुका दिया।
ऑक्सीजन मिलने पर सूर्या कंपनी के प्रबंधन के सामने कुछ यूं घुटनों पर बैठ गए ऊर्जा मंत्री।
ग्वालियर में लगातार कोरोना संक्रमितों और मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। इसके चलते अस्पतालों में बेड की संख्या, ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत भी बढ़ने लगी है।शुक्रवार को जेएएच के मेडिसिन विभाग के साथ ही पांच प्राइवेट कोविड हॉस्पिटल में अचानक ऑक्सीजन खत्म होने से हाहाकार मच गया। जैसे ही, अस्पतालों से हंगामा और ऑक्सीजन की कमी की खबरें आना शुरू हुईं, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर सड़कों पर निकल आए। प्राइवेट हॉस्पिटल, उसके बाद कोविड हॉस्पिटल और JAH पहुंचे।
यहां लोगों को ऑक्सीजन के लिए भागते और तड़पते देखा। साथ में कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह व एसपी अमित सांघी भी थे। तीनों लगातार ऑक्सीजन के लिए प्रयास करते रहे। वेल्डर, ट्रांसपोर्ट नगर में व्यापारियों से लेकर कई जगह ऑक्सीजन सिलेंडर अरेंज किए। शुक्रवार रात लोगों की चीख के सामने बेबस नजर आ रहे ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने शनिवार सुबह मालनपुर सूर्या कंपनी पहुंचकर ऑक्सीजन की व्यवस्था की।
कंपनी के प्रबंधक दल के सदस्यों एम बैहरा व अन्य ने ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के कहने पर प्लांट पर काम बंद कराकर ऑक्सीजन प्लांट के मुंह आम लोगों की मदद के लिए खोल दिए। जब तक ऑक्सीजन की स्थिति नहीं सुधरती, कंपनी की ओर से 250 सिलेंडर दिए जाएंगे। इसका उपयोग ऊर्जा मंत्री ग्वालियर, भिंड व मुरैना के लिए करेंगे। सूर्या कंपनी के इस फैसले के बाद ऊर्जा मंत्री ने उनका आभार माना।