मध्य प्रदेश और गुजरात के चुनिंदा अस्पतालों को अब सीधे प्लांट से ही ऑक्सीजन की सप्लाई करने की तैयारी है। यूपीएल ने इस तरह की तैयारी की है। इसने अपने 4 नाइट्रोजन प्लांट को ऑक्सीजन प्लांट्स में बदल दिया है। इससे यह लक्ष्य पूरा होगा।
बहुत जरूरत है ऐसे पहल की
यूपीएल लिमिटेड के सीईओ जय श्रॉफ ने कहा कि कोविड रोगियों के इलाज के लिए यह बहुत ही जरूरी हो गया था कि हम कोई पहल करें। इस दिशा में हमें लगा कि सबसे पहले ऑक्सीजन की जरूरत है और इसलिए हमने प्लांट के ऑक्सीजन को सीधे अस्पतालों को सप्लाई करने की योजना बनाई है।
गुजरात के 4 प्लांट को बदला जाएगा
कंपनी ने गुजरात में अपने 4 नाइट्रोजन उत्पादन प्लांट्स को ऑक्सीजन प्लांट में बदलने की योजना बनाई है। इससे गुजरात और मध्य प्रदेश में 4 अस्पतालों को ऑक्सीजन की सप्लाई शुरुआती चरणों में हो सकेगी। देश में कोविड रोगियों की बढ़ती संख्या के कारण हुई ऑक्सीजन की देशव्यापी कमी को पूरा करने के लिए कंपनी ने यह निर्णय किया है।
200-250 बेड के ऑक्सीजन की जरूरत को पूरा करेगा
यूपीएल के इस कदम से इनमें से प्रत्येक अस्पताल में आईसीयू के मरीजों सहित 200-250 बेड की ऑक्सीजन संबंधी जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा। जय श्रॉफ ने कहा कि यूपीएल में हम अपना हर निर्णय मानवीयता और संवेदना के आधार पर लेते हैं और वर्तमान मुश्किल दौर में भी हम अपनी यथासंभव क्षमताओं के साथ देश और समाज की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम देश में ऑक्सीजन की बढ़ती मांग को पूरा करने में योगदान देंगे, जो कोविड की इस दूसरी लहर में एक सर्वाधिक महत्वपूर्ण काम है।
प्लांट से सीधे सप्लाई से ट्रांसपोर्ट की दिक्कत खत्म
उन्होंने कहा कि प्लांट से सीधे अस्पताल को सप्लाई होने से ट्रांसपोर्टेशन की दिक्कत नहीं आएगी। इससे यह काफी आसानी से अस्पताल को मिल सकेगा। टैंकरों आदि के बड़े मुद्दों को भी हल करने में मदद मिलेगी। इस महीने के अंत तक इन परिवर्तित प्लांट्स से अस्पतालों में ऑक्सीजन भेज दिया जाएगा। हम स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि संकट के इस दौर में हम अपनी ओर से भी कुछ कर सकें।