मुंबई. कोरोना मरीजों का हॉटस्पॉट बन चुके मुंबई में हर दिन मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। सोमवार को यहां 57 नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ यहां मरीजों की संख्या बढ़कर 526 तक पहुंच गई है। वहीं अगर इसमें ठाणे और वसई को मिला लिया जाए तो यह संख्या 609 तक पहुंच जाती है। वहीं यहां मरने वालों की संख्या भी बढ़कर 41(34 मुंबई+7 एमएमआरडीए) हो गई है। मुंबई के दो बड़े प्राइवेट हॉस्पिटलों में भी डॉक्टर और नर्सों में कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं। जिसके बाद दोनों अस्पतालों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है।
आज इनकी हुई मौत..
1. मुंबई के ग्लोबल हॉस्पिटल में 29 मार्च को भर्ती हुए 80 वर्षीय बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया है। उसे बुखार और लूज मोशन था साथ ही सांस लेने में भी तकलीफ थी। डॉक्टरों के मुताबिक उसे हाइपरटेंशन भी था। मरीज की मौत 5 अप्रैल की शाम को हुई है उसमें कोरोना की पुष्टि 3 अप्रैल को हुई थी।
2. मुंबई के एचबीटी हॉस्पिटल में 2 अप्रैल को भर्ती हुए 41 वर्षीय पुरुष की करुणा के चलते मौत हो गई है। इसे भी बुखार और लूज मोशन था। जांच में सामने आया है कि यह क्रॉनिक एल्कोहलिक भी था। इसमें कोरोना की पुष्टि 1 अप्रैल को हुई है।
3. 1 अप्रैल को मुंबई के एचबीटी हॉस्पिटल में भर्ती हुए 62 वर्षीय पुरुष की मौत 4 अप्रैल को हुई है। इनमें कोरोना की पुष्टि 31 मार्च को हुई थी, इन्हें हाइपरटेंशन एपिलेप्सी और पैरालाइसिस था।
4. मुंबई के सेंट जॉर्ज हॉस्पिटल में 1 अप्रैल को कब और सांस लेने में दिक्कत के बाद भर्ती हुए 52 वर्षीय पुरुष की 4 अप्रैल को मौत हो गई। इनमें कोरोना की पुष्टि 4 अप्रैल को ही हुई थी।
15 लाख लोगों का सर्वे किया गया
ग्रेटर मुंबई मुंसिपल कॉरपोरेशन ने अब तक 15 लाख लोगों का सर्वे किया है, जिसमें से 665 लोगों को चिंहित किया गया और उनके टेस्ट करवाए गए हैं। इसी के साथ 1400 सैंपल भी घर जाकर टेस्टिंग के लिए कलेक्ट किए गए हैं। मुंबई में 226 कंटेनमेंट जोन चिन्हित किए गए हैं और पूरे इलाके को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है। 10 कंटेनमेंट जोन में डॉक्टरों , नर्सों और लैब टेक्नीशियन द्वारा द्वारा स्पेशल स्क्रीनिंग क्लीनिक शुरू किया गया है।
वॉकहार्ट अस्पताल में 26 नर्सों और 3 डॉक्टरों को कोरोना संक्रमण
बीएमसी ने 26 नर्सों और तीन डॉक्टरों में कोरोनावायरस का टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद मुंबई के वॉकहार्ट अस्पताल को एक निषेध क्षेत्र घोषित कर दिया है। मुंबई सेंट्रल में स्थित इस अस्पताल में किसी नए मरीज की भर्ती करने पर रोक रहेगी। आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा कि हॉस्पिटल में कैसे इतने ज्यादा लोगों में संक्रमण फैल गया, इसकी जांच के लिए टीम गठित की गई है। उन्होंने कहा- "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वायरस इतने ज्यादा डॉक्टरों और नर्सों में फैल गया। सभी को सावधानी बरतनी चाहिए थी।" हॉस्पिटल में काम करने वाले 270 से अधिक कर्मचारियों और डॉक्टरों की जांच कराई जा रही है।
जसलोक हॉस्पिटल भी क्वारैंटाइन जोन घोषित
मुंबई के जसलोक हॉस्पिटल को भी रेड जोन घोषित कर दिया गया है। जसलोक अस्पताल की छह नर्सों समेत 19 कर्मचारियों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके बाद इन अस्पतालों में आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई। इसके साथ ही इन मरीजों के संपर्क में आए लोगों को भी क्वारैंटाइन किया जा रहा।
ऐसे वॉकहार्ट अस्पताल में फैला कोरोना
27 मार्च को वॉकहार्ट अस्पताल में 70 वर्षीय एक बुजुर्ग भर्ती हुआ था। उसका एंजियोप्लास्टी होना था। इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। इस दौरान उनका कोरोना टेस्ट का रिजल्ट आया, जिसमें वह पॉजिटिव निकला। इनके संपर्क में आने वाले स्टाफ भी पॉजिटिव मिले। हाल में ही वॉकहार्ट में काम कर रहे धारावी में रहने वाले एक सर्जन में भी कोरोना की पुष्टि हुई थी। इसके बाद अस्पताल के सभी स्टाफ का चेकअप किया गया और 26 नर्स और 3 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव निकले हैं।
मुंबई में मृत्यु दर 6.66 % तक पहुंची
मुंबई में कोरोना वायरस के कारण मृत्युदर 6.66 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है, जो देश की औसत दर 3 प्रतिशत से दोगुने से भी अधिक है। विशेषज्ञों के अनुसार, किसी भी बीमारी में मृत्युदर 3 प्रतिशत से ज्यादा होना चिंता की बात है।