इंदौर। इंदौर में ऑक्सीजन की किल्लत कई दिनों से बरकरार है। हालांकि प्रशासन प्रतिदिन कई टन ऑक्सीजन मंगवा रहा है, लेकिन डिमांड ज्यादा होने के कारण इसकी कमी बनी हुई है। ऑक्सीजन के लिए परिजन सिलेंडर लेकर दिनभर भटकते रहते हैं।
शहर के विभिन्न अस्पतालों में भी सिलेंडर की कमी है। परेशान लोग ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए भटक रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा सिलेंडर की आपूर्ति के लिए तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। अफसरों के मुताबिक प्रतिदिन 100 टन ऑक्सीजन आ रही है। लेकिन डिमांड ज्यादा होने के कारण दिक्कतें आ रही हैं। प्रयास चल रहे हैं कि जल्द से जल्द इसमें सुधार आ जाए। 19 अप्रैल को एक ही दिन में पहली बार 120 टन ऑक्सीजन इंदौर पहुंची थी।
उल्लेखनीय है कि प्राण वायु सिलेंडर की कमी सभी अस्पतालों में है। जिन संक्रमित मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत है, उनके परिजन को कितनी परेशानी उठानी पड़ रही, ये तो वही अच्छे से बयां कर सकते हैं। शहर और ग्रामीण क्षेत्र में बड़ी संख्या में मरीजों का घर पर ही इलाज किया जा रहा है। परिजन द्वारा घर पर ही ऑक्सीजन की व्यवस्था करने की मांग की जा रही है।
अस्पतालों में तो ऑक्सीजन सही ढंग से रखने और इस्तेमाल करने के लिए एक्सपर्ट हैं, लेकिन घरों में ये व्यवस्था नहीं हो सकती इसलिए संभवत: अफसर घरों में ऑक्सीजन देने से पीछे हट रहे हैं।
ऑक्सीजन सिलेंडर भरवाने के लिए सुबह से कतार।
5 जिलों में लगेंगे ऑक्सीजन संयंत्र
शासन ने इंदौर संभाग के 5 जिलों में ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों की स्थापना का निर्णय लिया है। संयंत्र बड़वानी, खरगोन, झाबुआ, बुरहानपुर और आलीराजपुर में लगेंगे।
गैस भरने के ज्यादा दाम वसूले तो कार्रवाई
कलेक्टर ने ऑक्सीजन सप्लायर को सख्त चेतावनी दी है कि वह 40 रुपए प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक दाम नहीं लेंगे, टैक्स अलग से लगा सकते हैं। ज्यादा वसूली की तो सख्त कार्रवाई होगी।
अस्पताल के बाहर परिजन ऑक्सीजन सिलेण्डर लगाते हुए
सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल के बाहर का दर्शय