ग्वालियर। ग्वालियर में ऑक्सीजन खत्म होने के बाद रात भर अफरा-तफरी मची रही है। एक के बाद एक करके 7 अस्पतालों में ऑक्सीजन खत्म हो गई। हद तो तब हो गई जब रात 10 बजे अंचल के सबसे बड़े अस्पताल जयारोग्य के मेडिसिन विभाग में भर्ती सभी पेशेंट के परिजन को अस्पताल खाली करने के लिए कह दिया गया। गंभीर हालत में भर्ती अपने-अपने पेशेंट को लोग स्ट्रेचर, व्हील चेयर बल्कि गोद में उठाते हुए भागे। इस दौरान ऑक्सीजन न मिलने से भाजपा नेता राजकुमार बंसल सहित तीन लोगों की मौत हो गई।
जयारोग्य अस्पताल, जिला अस्पताल मुरार के अलावा 5 प्राइवेट हॉस्पिटल में ऑक्सीजन खत्म हो गया था। रात भर ऊर्जामंत्री प्रद्युम्न सिंह, कलेक्टर कौशलेन्द्र सिंह, SP अमित सांघी रात भर सड़कों पर रहे हैं। कलेक्टर, SP ने ट्रांसपोर्ट नगर में वेंडर की दुकानें खुलवाकर तत्काल ऑक्सीजन का इंतजाम किया है। शनिवार सुबह एक ऑक्सीजन टैंकर JAH पहुंचा है। पर इससे भी शाम तक के ही हालात सुधर पाएंगे। जिला प्रशासन राहत ही ले रही थी कि शनिवार सुबह वेदांश हॉस्पिटल में ऑक्सीजन खत्म होने पर लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया।
गंभीर हालत में भर्ती महिला कोे परिजन दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने के दौरान अंबू बैग से ऑक्सीजन देते हुए
प्लांट पर पहुंचे लोग ऑक्सीजन लूटने का प्रयास
ऑक्सजीन संकट गहराते ही ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और कलेक्टर बिरला नगर स्थित एमके एयर प्रॉडक्ट पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। जिला अस्पताल व निजी अस्पतालों के लिए 50 ऑक्सीजन सिलेंडर भिजवाए गए। देर रात पिंटो पार्क स्थित शिवा कंप्रेस्ड ऑक्सीजन प्लांट पर ADM सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी ऑक्सीजन सिलेंडर के इंतजाम के लिए डटे रहे। प्लांट पर निजी अस्पताल संचालकों की भीड़ जमा हो गई। यहां फोर्स बुलाकर काबू पाया गया।
लापरवाही से बिगड़े हालात, शाम को ऑक्सीजन खत्म, रात को बताया
जेएएच के मेडिसन आईसीयू में ऑक्सीजन का लेबल कम होने की खबर डॉक्टरों के ग्रुप में शाम 5 बजकर 21 मिनट से चल रही थी। इसके बाद भी अस्पताल प्रबंधन हाथ पर हाथ धरे बैठा रहा। हालात जब ज्यादा बिगड़ने लगे तो रात 10 करीब यानी, साढ़े चार घंटे बाद मरीजों को पत्थरवाली बिल्डिंग में शिफ्ट करने का काम शुरू किया गया। यहां कुल 60 मरीज भर्ती थे।
शनिवार सुबह वेदांश हॉस्पिटल में ऑक्सीजन न मिलने पर सड़क पर जाम लगाया
यहां मचा सांसों के लिए कोहराम
जिला अस्पताल मुरार
- जिला अस्पताल मुरार में शाम को सिर्फ एक भी ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं बचा था। कुछ जनप्रतिधि पहुंचे और SDM पुष्पा पुषाम की मदद से 20 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराए। जिससे हालात सुधरे।
परिधि हॉस्पिटल
- सिटी सेंटर स्थित परिधि हॉस्पिटल में ऑक्सीजन खत्म होने वाली थी। वहां रात को मरीजों को अचानक अस्पताल से शिफ्ट करने के लिए कहा गया। इससे हंगामा मच गया। हंगामा पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, विधायक प्रवीण पाठक ने यहां MK एयर प्रॉडक्ट पर बात करके ऑक्सीजन 10 सिलेंडर की व्यवस्था की।
सुबह JAH में पहुंची राहत की सांस, ऑक्सीजन टैंकर आया
सराफ हॉस्पिटल
- जिला न्यायालय भवन के पास की गली में स्थित सराफ हॉस्पिटल में शाम को ऑक्सीजन का संकट हो गया। अस्पताल प्रबंधन ने मरीजों को डिस्चार्ज करना शुरू कर दिया। यहां भी हंगामा खड़ा हो गया। हर तरफ अफरा तरफरी मच गई। यहां जिला प्रशासन के अफसरों ने पहुंचकर स्थिति को संभाला।
माहेश्वरी नर्सिंग होम
- लक्ष्मीबाई कॉलोनी स्थित माहेश्वरी नर्सिंग होम में दोपहर बाद से ऑक्सीजन की कमी होने पर मरीजों से खुद इंतजाम करने के लिए कहा गया। यहां भी रात भर हंगामा चलता रहा।
सुविधा हॉस्पिटल
- झांसी रोड स्थित सुविधा हॉस्पिटल में मरीजों को डिस्चार्ज किया जाने लगा। यहां के 2 मरीज सुपर स्पेशलिटी में जाकर भर्ती भी हुए। यहां तीन दिन पहले भी ऑक्सीजन खत्म होने पर मरीजों को आनन-फानन में शिफ्ट किया गया था। एक की मौत भी हो गई थी।