शहडोल। कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी और इलाज के लिए ऑक्सीजन खपत बढऩे के बाद शहडोल मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर से ऑक्सीजन इमरजेंसी जैसे हालात निर्मित हो गए हैं। ऑक्सीजन स्टॉक में लगातार कमी के बाद मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने एचओडी की बैठक बुलाकर स्थितियों की समीक्षा की। जल्द से जल्द वैकल्पिक इंतजाम पर चर्चा की। प्रशासन को ऑक्सीजन स्टॉक में लगातार गिरावट से अवगत कराया। शहडोल मेडिकल कॉलेज में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) की सप्लाई गुजरात की आइनॉक्स एयर प्रोडक्ट्स कंपनी करती है। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. मिलिंद सिरालकर ने बताया कि यहां 10 हजार लीटर क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट में 25 प्रतिशत एलएमओ स्टॉक होने पर कंपनी को ऑटोमेटिक मैसेज चला जाता है। इसके अलावा अलग से भी कंपनी को जानकारी दी गई है। कंपनी द्वारा 26 अप्रैल तक एलएमओ टैंकर के आने की बात कही गई है। इस बीच ऑक्सीजन की कमीं नहीं हो इसके लिए वैकल्पिक इंतजाम किए जा रहे हैं। बता दें कि इससे पहले 17 अप्रैल की सुबह एलएमओ लेकर एक टैंकर को आना था। टैंकर सुबह के बजाए रात तक नहीं पहुंचा और 18 अप्रैल की सुबह सेंट्रल ऑक्सीजन सिस्टम में सिलेंडर से ऑक्सीजन आपूर्ति के बाद प्रेशर कम होने से 12 मरीजों की मौत हो गई। तब एलएमओ टैंकर लेकर आ रहे ट्रक के ड्राइवर को 17 अप्रैल की रात 12 बजे नींद आने पर टैंकर खड़ा कर सो जाने से समय पर ऑक्सीजन के शहडोल नहीं पहुंचने की बात आई थी। हालांकि प्रशासन ने दावा किया था कि दमोह में टैंकर खराब हो गया था। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते दिनों ऑक्सीजन लेकर चलने वाले वाहनों को एंबुलेंस की तरह बिना रुके चलाने की बात कही है। अगर इस बार प्रशासन सतर्कता बरतता है तो एलएमओ लेकर दुर्गापुर से शहडोल आने वाली टैंकर के समय पर पहुंच सकता है।
चार लोगों की मौत
शहडोल जिले में बीते चौबीस घंटे के दौरान चार कोरोना पॉजिटिव की मौत हुई। यहां 191 नए मामले सामने आए हैं। इस बीच 198 लोग स्वस्थ हुए। बीते कई दिनों में ऐसा पहली बार हुआ कि नए संक्रमितों से ज्यादा संख्या स्वस्थ होने वालों की है। यहां कोरोना के एक्टिव मरीज 1441 हैं।