इंदौर। मध्यप्रदेश में कोरोना से हालात खराब होते जा रहे हैं। आलीराजपुर जिले की जोबट विधानसभा से कांग्रेस विधायक कलावती भूरिया की कोरोना से मौत हो गई। वह इंदौर के प्राइवेट हॉस्पिटल में विगत 14 दिनों से भर्ती थीं। दो दिन से ज्यादा तबीयत खराब थी। वहीं, शुक्रवार की रात ऑक्सीजन की कमी से ग्वालियर में हाहाकार मच गया। दो मरीजों की मौत हो गई।
पहली बार जोबट विधानसभा से वर्ष 2018 में चुनाव जीत कर विधायक बनी थीं। इसके पहले झाबुआ जिला पंचायत की लगातार 4 बार अध्यक्ष रह चुकी थीं। वे पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया की भतीजी थीं। उनके निधन पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट करके श्रद्धांजलि दी है।
MLA कलावती भूरिया।
ग्वालियर में शुक्रवार की रात ऑक्सीजन की कमी से बड़ी समस्या खड़ी हो गई। यहां के 5 अस्पतालों में ऑक्सीजन खत्म हो गई। अंचल के सबसे बड़े अस्पताल जयारोग्य चिकित्सालय के मेडिसिन आईसीयू सहित अन्य अस्पतालों में शुक्रवार की शाम ऑक्सीजन खत्म हो जाने अफरा-तफरी मच गई। जेएएच के मेडिसिन आईसीयू में मरीजों को आनन-फानन में मुख्य भवन (पत्थरवाली बिल्डिंग) में शिफ्ट किया गया। इस दौरान ऑक्सीजन न मिलने से रात 11.30 बजे भाजपा नेता राजकुमार बंसल (65) और आपागंज निवासी फुंदन हसन (75) की मौत हो गई।
भोपाल : सबसे ज्यादा मौतें, एम्स से लेकर सभी बड़े अस्पतालों में बेड फुल
यहां प्रदेश में सबसे ज्यादा 11 मरीजों की सरकारी रिकॉर्ड में मौत हुई है, जबकि दूसरे नंबर पर 1776 संक्रमित आए हैं। जनसंपर्क विभाग के उपसंचालक मनोज पाठक की भी मौत कोरोना से हो गई। राजधानी में स्थिति काफी खराब हो गई है। कोरोना के कोहराम के बीच ऑक्सीजन की कमी के चलते अस्पतालों ने नए मरीजों को भर्ती करना लगभग बंद कर दिया है। शुक्रवार को सबसे बड़े सरकारी अस्पताल भोपाल के एम्स की भी सांसें फूल गईं। यहां बाहर बोर्ड लगा दिया गया है- 'बेड फुल हैं... असुविधा के लिए खेद है।' खास बात है कि 4 दिन पहले ही एम्स को कोविड सेंटर घोषित किया गया था। यहां 550 बेड कोरोना मरीजों के लिए तैयार किए गए थे। यही हाल हमीदिया, जेपी अस्पताल के भी हैं।
इंदौर में भी रिकॉर्ड 1813 नए संक्रमित, 7 की मौत
ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी के बीच इंदौर के लिए मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है। 24 घंटे में यहां 1813 नए संक्रमित आए, जबकि 7 की मौत हो गई। एक दिन पहले 1782 मरीज सामने आए थे।
यहां ऑक्सीजन सप्लाई को दूर करने के लिए वायुसेना आगे आई है। अपने सबसे बड़े मालवाहक सी-17 ग्लोब मास्टर से शुक्रवार शाम 20 टन के ऑक्सीजन टैंकर को गुजरात के जामनगर पहुंचा। यह टैंकर वहां से शनिवार रात या रविवार सुबह ऑक्सीजन लेकर आ जाएगा। अभी ढाई से तीन दिन इसमें लग रहे हैं।
ग्वालियर: 5 अस्पतालों में ऑक्सीजन खत्म, मंत्री करते रहे दौड़ भाग
24 घंटे में यहां 3541 लोगों के सैंपल की रिपोर्ट आई है, इनमें से 1154 नए संक्रमित निकले हैं। 8 की मौत हो गई। शहर में सरकारी और निजी 80 अस्पताल हैं। इनमें रोजाना 3 हजार सिलेंडर ऑक्सीजन की खपत होती है। इन अस्पतालों में 2055 मरीज भर्ती हैं। इनमें 1009 ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। जिला अस्पताल मुराऱ़, परिधि हॉस्पिटल,सराफ हॉस्पिटल, माहेश्वरी नर्सिंग होम , सुविधा हॉस्पिटल और जयारोग्य अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने से हंगामा मच गया है। प्राइवेट अस्पतालों ने मरीज दूसरी जगह शिफ्ट करने के लिए कह दिया। तत्काल वहां ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह, विधायक प्रवीण पाठक पहुंच गए और सिलेंडर मंगवाए।
जयारोग्य अस्पताल में कुल 60 मरीज थे। इनमें से 52 को शिफ्ट किया गया। इनमें से कुछ को ऑक्सीजन सुविधा वाली एंबुलेंस मिली तो कुछ को परिजन अंबु बैग के सहारे ले गए। इस दौरान 2 मरीजों की मौत हो गई।
जबलपुर: फिर 8 सौ पार नए केस आए, सरकारी आंकड़ों में कम मौतें दर्ज
एक बार फिर 8 सौ से ज्यादा नए मरीज आए हैं। 833 नए मरीजों काे मिलाकर कुल मरीजों की संख्या 31 हजार पार करके 31513 हो गई है। एक दिन पूर्व ही कुल मरीजों की संख्या ने 30 हजार का आंकड़ा छुआ था। एक्टिव केस बढ़कर 6814 हो गए हैं। प्रशासनिक रिकॉर्ड में एक दिन में अब तक की सबसे ज्यादा 10 मौतें दिखाईं गईं। लेकिन तीन चिन्हित मुक्तिधामों में कोविड गाइडलाइन के तहत 60 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। एक अच्छी खबर यह रही कि एक ही दिन में सबसे ज्यादा 751 व्यक्तियों को स्वस्थ होने पर डिस्जार्च किया गया है।