मध्य प्रदेश में कोरोना के 13 हजार से ज्यादा नए केस मिले हैं। प्रदेश में अब एक्टिव केस की संख्या भी 82 हजार से ज्यादा हो चुकी है। ऐेसे में सरकार अब सख्त फैसले ले सकती है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार दोपहर आपात बैठक बुलाई है। इससे पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद सीएम हाउस पहुंचे हैं। दोनों नेताओं की मुख्यमंत्री के साथ बैठक हुई।
सरकार के सूत्रों का कहना है, प्रदेश में संक्रमण दर 24% पहुंच गई है। अप्रैल महीने के 20 दिनों में 774 मौतें हो चुकी है। यही वजह है कि सरकार अब ज्यादा सख्ती करने की तैयारी कर रही है। माना जा रहा है, बैठक में मंत्रियों से उन शहरों में टोटल लॉकडाउन लगाने पर चर्चा कर सकते हैं, जहां संक्रमण की रफ्तार बढ़ती जा रही है।
बता दें, एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि लॉकडाउन अंतिम विकल्प है, लेकिन मध्य प्रदेश में अगले चार दिन में एक्टिव केस 1 लाख होने का अनुमान है, ऐसे में सरकार अब सख्त निर्णय ले सकती है। दरअसल, प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी के चलते अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने में आनाकानी हो रही है।
इससे पहले मंगलवार को नई गाइडलाइन जारी की गई है। इसमें कहा गया है कि आवश्यक सेवाएं देने वाले कार्यालयों को छोड़कर केंद्र व राज्य के सभी दफ्तरों में 10% कर्मचारी ही उपस्थित रहेंगे। यह नियम IT, BPO और मोबाइल कंपनियों के ऑफिस में भी लागू किया गया है। इससे पहले 12 अप्रैल के आदेश के मुताबिक सरकारी कार्यालयों में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की उपस्थिति 25% की गई थी।