भोपाल। मध्य प्रदेश में काेरोना का कोहराम जारी है। पिछले 24 घंटे में 13,107 नए केस मिले हैं। इस दौरान 75 मरीजों की मौत भी हुई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को सभी कलेक्टरों को निर्देश दिया है कि पॉजिटिविटी रेट को कम करने का प्रयास करें। स्वास्थ्य विभाग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश का पॉजिटिविटी रेट 24% है। जबकि सोमवार की तुलना में मंगलवार को इसमें कोई कमी नहीं आई। कोरोना की दूसरी लहर में अप्रैल के 20 दिनों में रिकाॅर्ड 1 लाख 45 हजार 977 संक्रमित मिले हैं। जबकि पहली लहर में इतने केस 236 दिनों में मिले थे। इसी तरह 20 दिनों में 774 मरीजों की मौत हुई है। पहली लहर में मौतों के इस आंकड़े तक पहुंचने में 93 दिन लगे थे। इससे स्पष्ट है कि कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम नहीं हो रही है। एक्टिव केस प्रशासन के लिए चुनौती प्रदेश में एक्टिव केस का आंकड़ा 82 हजार से ज्यादा हो गया है। सरकार ने अनुमान लगाया था कि 30 अप्रैल तक एक्टिव मरीजों की संख्या 1 लाख हो जाएगी। लेकिन जिस रफ्तार से संक्रमण फैल रहा है, उसके हिसाब से आंकलन है कि 25 अप्रैल तक एक्टिव केस 1 लाख हो जाएंगे। ऐसे में शासन और प्रशासन के सामने इलाज और स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना बड़ी चुनौती है। हालांकि 71% मरीज घर में रह कर इलाज करवा रहे हैं। 20 दिन में 82 हजार से ज्यादा मरीज स्वस्थ्य हुए अप्रैल माह में जिस रफ्तार से संक्रमण फैल रहा है, उस दौरान प्रदेश में कोरोना को मात देने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। पिछले 20 दिनों में 82 हजार 271 मरीज स्वस्थ्य हुए हैं। अगर चार महानगरों की तुलना करें तो भोपाल में सबसे ज्यादा लोग रिकवर हुए हैं। यहां 20 दिनों में 16 हजार 636 मरीजों ने कोरोना की जंग जीती। ग्वालियर में सबसे ज्यादा मौतें इन 20 दिनों में सबसे ज्यादा 265 मौतें ग्वालियर में हुई। दूसरे नंबर पर जबलपुर है, जहां मौतों का आंकड़ा 168 है। जबकि भोपाल में 153 और इंदौर में 104 मौतें दर्ज की गई। हालांकि श्मशान में कोरोना प्राेटोकॉल के अंतिम संस्कार करने वाले शवों की संख्या कई गुना ज्यादा है।