इंदौर। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के आने के बाद से मची अफरा-तफरी और बिगड़ते हालातों को देखते हुए इंदौर में बुधवार 21 अप्रैल से अगले नौ दिनों तक (30 अप्रैल) कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन किया जाएगा।
क्राइसिस मैनेजमेंट बैठक में हुआं निर्णय
यह बात मंगलवार को इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह और डीआईजी मनीष कपूरिया ने कानून व्यवस्था में लगेे अधिकारियों के साथ की बैठक के बाद कही।रविंद्र नाट्य ग्रह में हुुुई बैठक में इन अधिकारियों को बताया गया कि किस तरह कराना होगा जनता कर्फ्यू का पालन।
इंदौर में शुरू हुई सख्ती, बेवजह घर से बाहर निकलने वालों को रोक रही पुलिस
कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि इस दौरान कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं, जिनका सख्ती से पालन कराया जाएगा। डीआईजी मनीष कपूरिया ने कहा कि इस दौरान अनावश्यक रूप से घूमने वाले और विरोध करने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा। अभी तक पुलिस इतनी सख्ती नहीं दिखा रही थी। अभी देखने में आ रहा था कि कई लोग अनावश्यक रूप से घूम रहे थे और कई टोकने पर इसका विरोध करते थे। केवल सब्जी वालों, दूध डेयरी और किराना की दुकानों को छूट रहेगी। अस्थाई सब्जी मंडी भी बंद कराई जाएगी।
केवल पेट्रोल पंप रहेंगे चालु
शहर में अब अगले नौ दिनों के लिए सिर्फ 20 पेट्रोल पम्प ही चालू रहेंगे। हालांकि उद्योग की गतिविधि चालू रहेंगी। सभी तरह केे निर्माण कार्य बंद रहेंगे। इन नौ दिनों तक सिटी बस, मैजिक वाहन जैसे लोक परिवहन बंद रहेंगे। ऑटो और टैक्सी को सिर्फ मरीजों के परिवहन के लिए छूट रहेगी। इस दौरान मॉर्निंग वॉक पर भी प्रतिबंध रहेगा। सभी तरह की खेल गतिविधियां भी अब 30 अप्रैल तक प्रतिबंधित रहेंगी। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्र में भी सख्ती होगी। अभी तक शहर से लगे ग्रामीण इलाकों में किसी तरह की सख्ती नहीं दिखाई जा रही थी। कुछ दिनों पहले ही राऊ में शराब की दुकान पर संडे लॉकडाउन के दौरान शराब के लिए भीड़ देखी गई थी, जहां पर कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा था। हालांकि उसके बाद वहां कार्रवाई की गई थी।