इंदौर। कोरोना नए-नए रिकॉर्ड बनाए जा रहा है। 24 घंटे में 1753 नए संक्रमित मिले। 8 लोगों की मौत भी हो गई। यह पूरे काेराेना काल में अब तक का सबसे बढ़ा आंकड़ा है। यहां संक्रमण दर 18.03 फीसदी पहुंच गई है। इंदौर में लगातार पहली बार नए संक्रमिताें काे आंकड़ा 1700 के पार पहुंचा है। इसके पहले 6 दिनाें तक लगातार आंकड़ा 1600 के पार बना हुआ था।
तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कलेक्टर मनीष सिंह ने साफ कर दिया कि काेराेना कर्फ्यू पूरे अप्रैल माह चलेगा। उन्होंने कहा- सभी 30 अप्रैल तक घर पर रहें। अभी संक्रमण दर स्थिर हुई है, लेकिन ज्यादा है और इसे कम होने में समय लगेगा। उधर, कलेक्टर ने ग्रामीण अंचल में सचिव, आरआरटी एवं स्व सहायता समूह के सदस्यों को डोर टू डोर सर्वे कराकर पात्रों को कोविड का टीका लगाने के लिए प्रेरित करने को कहा है।
अप्रैल में अब तक 100 मौतें
इंदौर में देर रात जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटे में 9554 लाेगाें के टेस्ट हुए। इनमें 1753 एक्टिव और 7664 निगेटिव के साथ ही 133 रिपीट पाॅजिटिव मिले। नए संक्रमिताें के मिलने के साथ ही एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 12 हजार 324 तक पहुंच गया है। एक्टिव मरीजों के मामले में भी यह आंकड़ा सबसे बड़ा है। इसके पहले 18 अप्रैल 2021 को 1698 संक्रमित मिले थे। अप्रैल के 19 दिनों की बात करें, तो 22 हजार 339 केस मिले हैं। इसके अलावा 100 संक्रमितों की जान गई है। अब तक 10 लाख 64 हजार 516 टेस्ट में से 92 हजार 768 मरीज मिले। इनमें में से 79 हजार 382 ठीक होकर घर लौट चुके हैं। वहीं, 8 नए मरीजों की मौत के साथ कुल आंकड़ा 1062 तक पहुंच गया है।
वैक्सीनेशन काे लेकर विशेष अभियान चलाने पर जाेर
कलेक्टर मनीष सिंह ने जिला पंचायत सीईओ हिमांशु चंद्र के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना से बचाव के लिए पात्र नागरिकों के कोविड टीकाकरण के लिए विशेष अभियान चलाने को लेकर बैठक की। कलेक्टर ने ग्रामीण अंचलों में सचिव, आरआरटी एवं स्व सहायता समूह के सदस्यों को डोर टू डोर सर्वे कराकर पात्रों को कोविड का टीका लगाने के लिए प्रेरित करने को कहा। उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनश लगवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सचिव एवं आरआरटी टीम के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमित मरीज जो होम आइसोलेटेड हैं, उन्हें जल्द जरूरी दवाइयों की किट उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने बताया कि कोविड वैक्सीन के दूसरे डोज लगने के 20 से 25 दिन के बाद लोगों की पॉजिटिविटी रेट में भी कमी देखी गई है। इसलिए कोविड संक्रमण से उत्पन्न हो रही गंभीर स्थिति से खुद के बचाव के लिए टीकाकरण कराना अत्यंत आवश्यक है।