उज्जैनः 'तमीज से बात करो डॉक्टर, आपको जल्द ही पता लग जाएगा मैं कौन हूं.' ये शब्द मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नूरी खान के हैं. कुछ दिनों पहले भोपाल जिला अस्पताल से कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा द्वारा की गई अभद्रता का एक Video सामने आया था. जिसमें कांग्रेस प्रवक्ता नूरी खान डॉक्टर से अभद्रता करते नजर आईं.
कांग्रेस नेत्री अस्पताल में फर्श पर लेटे मरीजों की व्यवस्था देख वहां पहुंची थीं. लेकिन इस दौरान अस्पताल के ही डॉक्टर से किसी बात पर उनकी बहस शुरू हो गई. डॉक्टर ने उनसे पूछा कि आप कौन हैं, कोविड गाइडलाइन का ध्यान रखिए. अस्पताल व्यवस्था को निशाना बना रहीं कांग्रेस नेत्री ने कह दिया, "मैं कौन हूं आपको जल्द ही पता लग जाएगा."
यहां जानें पूरा मामला
उज्जैन के 130 कोविड मरीजों की क्षमता वाले माधव नगर अस्पताल में इस वक्त 150 से भी ज्यादा मरीज हैं. दूसरे अस्पतालों में जगह के अभाव के चलते मरीजों को यहां रखा गया. किसी जगह एक बेड पर दो मरीजों को रखना पड़ा, तो कहीं फर्श पर जगह कर मरीजों के इलाज की व्यवस्थाएं की गईं. कई मरीजों को सांस लेने में दिक्कतें भी हो रही थीं, डॉक्टरों ने OPD खाली कर ऐसे मरीजों को वार्ड में भर्ती करा दिया.
मरीजों को फर्श पर देख भड़क गईं कांग्रेस नेत्री
शनिवार रात कांग्रेस प्रवक्ता नूरी खान माधव नगर अस्पताल में व्यवस्थाएं देखने पहुंचीं. उनके साथ मोबाइल कैमरा ऑन किए हुए करीब 10 और लोग वार्ड में घुस गए. वार्ड में भीड़ देख डॉक्टर भोजराज शर्मा व अन्य स्वास्थ्य कर्मी वहां इकट्ठा हो गए. मरीजों को फर्श पर देख नेत्री डॉक्टरों से कहने लगीं ये व्यवस्थाएं हैं आपके अस्पताल की, इस तरह दो गज दूरी का पालन हो रहा है. जिस पर डॉक्टर ने कहा आप कौन हैं, कृपया कोविड गाइडलाइंस का पालन कीजिए.
"आपको पता लग जाएगा मैं कौन हूं"
डॉक्टर की बात सुन नूरी खान ने कहा, "आप तमीज से बात कीजिए, आपको जल्द ही पता लग जाएगा कि मैं कौन हूं." उन्होंने पूछा कि ये मरीजों को रखने का कोई तरीका है, यहां बिना दूरी के कोरोना मरीजों का इलाज कैसे हो रहा है. डॉक्टर ने कहा कि ये कोई तरीका नहीं हुआ बात करने का. कुछ देर दोनों में बहस जारी रहने के बाद कांग्रेस नेत्री मोबाइल कैमरों के सामने अपना पक्ष रख कर चली गईं.
इस्तीफा दें शिवराज सरकार
पूरे मामले के बाद कांग्रेस नेत्री ने कहा कि मरीजों के इलाज के लिए बेड की व्यवस्था नहीं है. ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है. अगर शिवराज सरकार इन मरीजों का इलाज कराने में फेल साबित हो रही है तो स्वास्थ्य मंत्री और सीएम शिवराज सिंह चौहान को अपने पदों से इस्तीफा दे देना चाहिए.