रेमडेसिविर इंजेक्शन की गोलमाल पर हेल्थ अधिकारियों ने मारा छापा, इंजेक्शन का ब्यौरा देने से इनकार

Posted By: Himmat Jaithwar
4/17/2021

जबलपुर। निजी अस्पतालों की लूट कोरोना काल में भी नहीं रुक पा रही है। रेडक्रास से 3400 रुपए में प्रति इंजेक्शन रेमडेसिविर कर मिलने के बावजूद मरीजों के परिजनों से तीन से चार गुना अधिक कीमत वसूला जा रहा है। इसी तरह की एक गोपनीय शिकायत पर सीएमएचओ डॉक्टर रत्नेश कुररिया के निर्देश पर शहर के तीन निजी अस्पतालों में हेल्थ अफसरों ने छापा मारा। वहां रेमडेसिविर इंजेक्शन का ब्यौरा मांगा तो अस्पताल प्रबंधन उपलब्ध नहीं करा पाया। तीनों अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी किया गया है।

जानकारी के अनुसार आपदा के इस दौर में निजी अस्पताल सिर्फ कमाई करने पर उतारू हैं। सीएमएचओ डॉक्टर रत्नेश कुररिया के निर्देश पर शुक्रवार रात को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने विजय नगर क्षेत्र स्थित शैल्बी हॉस्पिटल, गैलेक्सी हॉस्पिटल और मेडिकेयर हॉस्पिटल में दबिश दी। तीनों ही अस्पतालों में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की सूचना मिली थी। शैल्बी अस्पताल प्रबंधन ने हेल्थ अधिकारियों को इंजेक्शन का ब्यौरा ही पेश नहीं कर पाया। यहां कोरोना मरीजों के उपचार के लिए सरकार द्वारा जारी रेट लिस्ट प्रदर्शित नहीं मिली। अस्पताल संचालक को नोटिस जारी किया गया है।
दो लाख रुपए एडवांस में लेकर भर्ती कर रहे कोविड मरीज
पूर्व सीएमएचओ डॉक्टर मनीष मिश्रा की अगुवाई में टीम ने ये कार्रवाई की। टीम यहां से गैलेक्सी हॉस्पिटल पहुंची। यहां रेमडेसिविर के जो भी इंजेक्शन मिले थे, उसका ब्यौरा सही तरीके से दर्ज नहीं था। इंजेक्शन की मात्रा में भी कम मिली। वहीं अस्पताल प्रबंधन ने रेडक्रॉस से कम कीमत पर इंजेक्शन खरीदें और मरीजों को ज्यादा कीमत पर दिए थे। यहां मरीजों को दो लाख रुपए एडवांस जमा कराने के बाद भर्ती किया जा रहा है। परिजनों से बातचीत में ये भी सामने आया कि यहां तय रेट से अधिक फीस वसूली जा रही है।
मेडिकेयर में कब मिले रेमडेसिविर इंजेक्शन
विजयनगर उखरी चौक क्षेत्र में डॉक्टर आशुतोष बाजपाई द्वारा संचालित मेडिकेयर अस्पताल में रेमडेसिविर इंजेक्शन की खरीदी और खपत में अंतर मिला। यहां रेडक्रास और अन्य माध्यमों से खरीदी हुई थी। अस्पताल में कम खपत के बावजूद इंजेक्शन कम मिले। मेडिकेयर अस्पताल संचालक को भी नोटिस जारी किया गया है।



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