इंदौर। कोरोना के इलाज में प्रयोग किये जा रहे हैं #Remdesivir इंजेक्शन की बाज़ार में क़िल्लत का कुछ लोग फ़ायदा उठाने की जुगत में लगे हुए हैं ऐसा ही एक मामला इंदौर पुलिस ने पकड़ा है जहाँ नकली Remdesivir इंजेक्शन बेचा जा रहा था। आरोपी से मौके से 400 रेमडेसिवीर इंजेक्शन जब्त किए गए हैं।गिरफ्तारशुदा आरोपी पीथमपुर की इपोक फार्मा स्यूटीकल्स कंपनी का मालिक है।
थाना क्राईम ब्रांच,इन्दौर एवं ड्रग्स डिपार्टमेंट इन्दौर की संयुक्त कार्यवाही में यह मामला पकड़ा गया।
पुलिस के अनुसार आरोपी जरूरत मंद एवं आम जनता को धन लाभ हेतू उक्त नकली इंजेक्शन ऊंची कीमत पर बेचने की फिराक में था।
जप्तशुदा नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कीमत करीब 20 लाख रूपए बताई गई है।
पता चला है कि थाना क्राईम ब्रांच को विश्वसनीय मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि पीथमपुर की इपोक फार्मास्यूटीकल्स कंपनी का मालिक न्यू रानीबाग खंडवा रोड जिला इन्दौर स्वंय की काले रंग की टाटा सफारी कार से नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन को विक्रय करने हेतू ग्राहकों एवं मरिजों की तलाश मे है। उक्त सूचना पर टीम ने मुखबिर के बताए स्थान पर न्यू रानीबाग खंडवा रोड जिला इन्दौर पर कालोनी के गेट के बाहर उक्त काले रंग की टाटा सफारी क्रमांक MP-09/CM -5176 को घेरा बंदी कर पकडा जिसमे ड्रायवर सीठ पर बैंठे व्यक्ति ने अपना नाम विनयशंकर त्रिपाठी पिता स्वं. बृजकुमार तिवारी उम्र 56 साल नि. के 23 न्यू रानी बाग खण्डवा रोड़ इंदौर मो.न. 9516596155 होना बताया एवं उसकी वाहन की तलाश लेते उसकी कार से रेमडेसिवीर इंजेक्शन का एक बडा कार्टून बरामद हुआ जिसको खोलकर देखते उसके अंदर 16 छोटा कार्टून मिले जिसको खोलने पर उसमे रेमडेसिवीर इंजेक्शन के कुल 400 नग इंजेक्शन की वायल मिली। उक्त संबध मे आरोपी से वैध लायसेंस के बारे मे पूछते कोई वैध दस्तावेज एवं क्रय विक्रय का कोई बिल ना होना पाया गया।आरोपी ने पूछताछ मे उक्त नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन हिमाचल प्रदेश की किसी फैक्ट्री से बुलवाना बताया जो स्वंय व्दारा विक्रय करने की फिराक मे था।आरोपी विनयशंकर के विरूध्द थाना क्राईम ब्रांच जिला इन्दौर में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।आरोपी व्दारा उक्त नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन उत्पाद करने वाली कंपनी एवं अन्य आरोपीयों के नाम की जानकारी मिलने की भी संभावना है ।