चिरायु अस्पताल के CMD बोले- एक हफ्ते से मेरे यहां रोज 10-15 मौतें; सरकार ने इस दौरान पूरे राज्य में 13 से 40 मौतें ही बताईं

Posted By: Himmat Jaithwar
4/14/2021

मध्यप्रदेश में कोरोना से मौत के सरकारी आंकड़े और श्मशान घाट, कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार के आंकड़ों में विरोधाभास के बीच मंगलवार को बड़ा खुलासा हुआ है। भोपाल के चिरायु अस्पताल के प्रबंधन के अनुसार 7 दिन से रोजाना 10 से 15 मौतें सिर्फ उन्हीं के यहां हो रही हैं, जबकि सरकारी हेल्थ बुलेटिन में इस दौरान पूरे प्रदेश में 13 से 37 मौतें बताई गईं। मतलब, पूरे प्रदेश में जितनी मौतें हो रही हैं, उतनी अकेले चिरायु अस्पताल में हो रही हैं। चिरायु अस्पताल में इतनी मौतों की बात खुद वहां के सीएमडी अजय गाेयनका ने कही है। सीएम शिवराजसिंह चौहान स्वयं कोरोना संक्रमित होने पर इसी चिरायु अस्पताल में ठीक हुए थे।

गोयनका ने भास्कर से बातचीत में कहा कि चिरायु अस्पताल में पिछले एक सप्ताह में रोज 10 से 15 मौतें हो रही हैं। यदि प्रदेश भर में पिछले एक सप्ताह के मौतों के आंकड़े से तुलना करे तो चिरायु अस्पताल में ही प्रतिदिन 50% मौत होने की बात सामने आ रही है। साफ है कि कोरोना से मौत के सरकारी आंकड़ों में कहीं न कहीं गड़बड़ी है।

6 अप्रैल को सरकारी आंकड़ों में 18 मौत
प्रदेश सरकार के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार 6 अप्रैल को प्रदेश में 18 मौत हुई। यदि इनमें से 10 मौत चिरायु में माने तो बाकी प्रदेश में सिर्फ 8 मौतें! यानी 56 प्रतिशत मौतें चिरायु, बाकी प्रदेश में 44% मौतें हुईं। इसी तरह यदि 7 अप्रैल के सरकारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में कुल 13 मौत हुई। यदि इसमें से 10 मौत चिरायु अस्पताल में माने ले तो बाकी प्रदेश के अस्पताल में सिर्फ 3 मौतें हुईं।


पिछले एक सप्ताह में प्रदेश में सरकार के अनुसार कोरोना से हुईं मौतें

तारीख मौतें
12 अप्रैल 37
11 अप्रैल 24
10 अप्रैल 24
9 अप्रैल 23
8 अप्रैल 27
7 अप्रैल 13
6 अप्रैल 18


यह बोले, चिरायु के सीएमडी गोयनका

रोज 10-15 मौत होती हैं। पिछले 7 दिन में ऐसा कोई दिन नहीं जब इतनी मौतें न हुई हों। रोज भोपाल में 60 मौत कैसे हो सकती हैं? 15 से 17 मेरे यहां। 10 से 5 हमीदिया अस्पताल में। ऐसे ही होती है ना। यदि दो चार और हो गई। मतलब 15 की जगह 17 हो गई तो क्या ऑक्सीजन की कमी हो गई? यह सिर्फ कोई बदमाशी कर रहा है। ऐसा कुछ भी नहीं है। कोविड की मौत हमेशा ऑक्सीजन एब्जॉर्ब न करने की वजह से ही होती है। अब उसे कोरोना की वजह से कह लो, ऑक्सीजन की कमी से कह लो। मैं इसमें क्या कह सकता हूं? इसकी कोई परिभाषा नहीं है। मेरे यहां एक दिन में 34 मौत नहीं हुई है, यह फेक मैसेज है। अस्पताल में ऑक्सीजन की भी कोई कमी नहीं है।

- अजय गोयनका, सीएमडी, चिरायु अस्पताल, भोपाल



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