भोपाल। मध्यप्रदेश में 24 घंटे में 6 हजार 489 संक्रमित मिले हैं। वहीं 37 लोगों की कोरोना से मौत हो गई है। प्रदेश की संक्रमण दर पहली बार 16% पहुंच गई। यानी हर छठे नमूने की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। एक दिन में इंदौर में रिकॉर्ड 923 केस आए हैं। भोपाल में 824, ग्वालियर में 497 और जबलपुर में 469 संक्रमित पाए गए हैं। राज्य में सबसे ज्यादा 45 मौतें 23 सितंबर 2020 को हुई थी। कल 11 अप्रैल को 24 घंटे में 37 मौतें हुई हैं। अब सरकार के सामने सामुदायिक संक्रमण तोड़ना बड़ी चुनौती है।
इंदौर : लॉकडाउन के बावजूद सबसे ज्यादा केस आए, मौतें भी सबसे ज्यादा
24 घंटे में छह नई मौतों के साथ इंदौर राज्य का पहला शहर बन गया है जहां कोरोना से 1005 मौतें हो गई हैं। यहां 19 अप्रैल की सुबह तक कोरोना कर्फ्यू/लॉकडाउन चल रहा है। हालात कोरोनाकाल की पहली लहर के पीक टाइम सितंबर से भी खराब हो गए हैं। यहां लॉकडाउन के बावजूद प्रदेश में सर्वाधिक केस सामने आ रहे हैं। मौतें भी सबसे ज्यादा हुई हैं। यहां 11 अप्रैल की रात गुर्जर अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने पर परिजन ने जमकर हंगामा हुआ, इस बीच एक मरीज ने दम तोड़ दिया।
भोपाल : दो दिन बाद मेन मार्केट फिर खुला, कोलार-शाहपुरा में लॉकडाउन में भी जाम
राजधानी में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। सबसे ज्यादा मामले कोलार से सामने आ रहे हैं जहां 19 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक सबकुछ बंद है। सोमवार को शेष शहर में दो दिन का लॉकडाउन खत्म हुआ तो लोग कोलार रोड से निकले। यहां सुबह करीब 9 बजे सर्वधर्म पुल के पास दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। पुलिस चेकिंग कर पूछताछ कर रही थी कि कोलार, शाहपुरा के लोग बेवजह तो नहीं निकले हैं। इस कारण भारी जाम रहा। कोलार आने वाले लोगों को पुलिस ने लौटा दिया तो बेवजह जाने वालों को भी रोका गया।
उज्जैन : लॉकडाउन में छूट मिलते ही मंडी में डिस्टैंस की धज्जियां उड़ीं
उज्जैन में 19 अप्रैल की सुबह तक लॉकडाउन के बीच सोमवार सुबह रियायत मिलींं तो मंडी में भीड़ बेकाबू हो गई। सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ती रहीं। यहां महाकाल सहित सभी मंदिरों के पट भी बंद हैं। पिछले 9 दिनों में 1193 नए मरीज मिले है। वहीं कोरोना संक्रमण से मौतों का आंकड़ा भी बढ़ा है।
छोटे शहरों में 100 से ज्यादा केस मिलने लगे
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार चार बड़े शहरों के अलावा कोरोना संक्रमण ने छोटे शहरों को अपनी चपेट में ले लिया है। विदिशा, उज्जैन, सागर, राजगढ़, रतलाम, रीवा, नरसिंहपुर, बालाघाट, बड़वानी और बैतूल में अब 100 से अधिक केस मिलना शुरू हो चुके हैं। अब केवल सीधी, निवाड़ी सहित 7 जिले ऐसे हैं जहां एक दिन में 20 या उससे कम केस मिल रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में व्यस्त गृह मंत्री मिश्रा और परिवहन मंत्री राजपूत को दायित्व नहीं
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को सुबह मंत्रियों की बैठक बुलाई थी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कोरोना की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करने के बाद मंत्रियों को जिलों की जिम्मेदारी सौंपी। गृह मंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्रा और परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पश्चिम बंगाल चुनाव में व्यस्त हैं, इसलिए उन्हें जिलों का प्रभार नहीं दिया गया है।