ग्वालियर। कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए शहर में 60 घंटे का लॉकडाउन लगाया गया है। पर शनिवार सुबह दूध, सब्जी के लिए मिली ढील में सैकड़ों लोग सड़क पर निकल आए। आम दिनों की तुलना में चहल-पहल नजर आने लगी। लोग हड़बड़ाहट में खरीदारी करते नजर आए। लोगों को देख दुकानों के भी शटर उठ गए। यह देख तत्काल पुलिस और जिला प्रशासन के अफसर एक्शन मोड़ में आ गए। पुलिस ने सख्ती दिखाई तो कुछ ही मिनट में सड़कें पहले की तरह सुनसान हो गईं।
जिला प्रशासन ने मुरार, हजीरा में जो दुकानें खुली मिलीं उनकी वीडियोग्राफी कर सील करने की कार्रवाई की है। सुबह 10 बजे तक पुलिस ने पूरी स्थिति पर काबू पा लिया है। साथ ही पूरा शहर वापस बंद कराकर लॉकडाउन का पालन करा दिया है। साथ ही सुबह से सड़कों पर बिना वजह घूमने वालों पर चालान की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
मध्य प्रदेश में जिस स्पीड से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है उसकी चैन को तोड़ने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी शहरों में 60 घंटे के लॉकडाउन की घोषणा की थी। ग्वालियर में भी शुक्रवार शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे के लिए लॉकडाउन लागू है। शुक्रवार शाम 6 बजने के साथ ही पुलिस और जिला प्रशासन के अफसरों ने बाजारों में पहुंचकर दुकानें बंद करा दी थीं। साथ ही समझाइश दी थी जिनको लॉकडाउन में छूट नहीं है वह बिल्कुल भी दुकान न खोलें, लेकिन शनिवार सुबह दूध, सब्जी और फल वालों को मिली छूट की आड़ में बाजारों में दुकानों के शटर उठ गए। सैकड़ों की संख्या में खरीदारी के लिए लोग सड़कों पर उमड़ पड़े। सुबह 7 बजे से 9 बजे तक बाजारों और सड़कों पर लग ही नहीं रहा था कि लॉकडाउन है। जिला प्रशासन और पुलिस ने सख्ती बरतना शुरू कर दी। पुलिस और प्रशासन के वाहन बाजारों में पहुंचे। जो मेडिकल स्टोर, दूध और पेट्रोल पंप को छोड़कर जो दुकानें खुली दिखीं उनके चालान बनाए और सील करना शुरू कर दिया। सड़क पर भी पुलिस ने बिना कारण घूमने निकलने वालों से सख्ती बरती। जब पुलिस ने लोगों को खदेड़ना शुरू किया तो कुछ ही देर शहर में लॉकडाउन दिखने लगा। सुबह 10 बजे के बाद बाजारों में सन्नाटा छा गया।
जब पुलिस ने सख्ती बरती तो वापस बंद हो गए बाजार, करा दिया लॉकडाउन का पालन
कोई टीका लगवाने तो कोई दवा लेने निकला
जब पुलिस सड़कों पर सख्ती बरत रही थी तो लोग बिना कारण घूमते मिले और उनके खिलाफ चालान की कार्रवाई की गई। कई लोग तो पुलिस की सख्ती से बचने के लिए किसी पुराने पर्चे पर दवा खरीदने का बहाना बनाकर निकले तो कोई कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन का बहाना बनाकर निकला। पुलिस ने चेकिंग प्वाइंट पर पूरी जांच करने के बाद ही आगे जाने दिया। जिनका कारण उचित था उनको जाने दिया, लेकिन कुछ 6-6 महीने पुराने खांसी और बुखार के पर्चे पर दवा लेने निकले उनको पुलिस ने अच्छी तरह सबक सिखाया है।
शुक्रवार रात से ही पुलिस सड़कों पर निकल आई। करीब एक हजार पुलिस जवान व अफसर लॉकडाउन का पालन करा रहे हैं। पुलिस ने बाजारों में शुक्रवार शाम से ही दुकाने बंद करा दी थीं साथ ही शनिवार सुबह लॉकडाउन के नियमों को तोड़कर कोरोना को बढ़ावा न दें इसके लिए भी सारे इंतजाम किए हैं। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा है कि सभी क्षेत्र के ADM, SDM को निर्देशित किया गया है कि वह अपने-अपने क्षेत्र में तैनात रहें। साथ ही SP ग्वालियर अमित सांघी ने कहा है कि सभी ASP और CSP अपने-अपने क्षेत्र में अलर्ट रहेंगे।
मुरार सौदागर संतर में पेंट हाउस को खुला पाकर सील की कार्रवाई करतीं SDM।
मुरार सौदागर संतर में पेंट हाउस किया सील
जिला प्रशासन की टीम को सूचना मिली थी कि शनिवार सुबह मुरार के सैदागर संतर में कुछ पेंट हाउस लॉकडाउन में भी दुकान खोले हुए हैं और नियमों का उल्लघंन कर रहे हैं। इस पर SDM पुष्पा पुषाम अपनी टीम के साथ पहुंची और पेंट हाउस सील कर दिया। एक दुकान सील होते ही आसपास के दुकानदारों ने तत्काल शटर नीचे गिरा दिए। इसी तरह हजीरा में भी दो दुकानदारों पर कार्रवाई की गई है।
यहां रहा प्रतिबंध
लॉकडाउन की अवधि के दौरान सभी तरह की दैनिक गतिविधियां, सभी निजी एवं शासकीय संस्थाएं, दुकान, जिम, स्पोटर्स कॉम्प्लेक्स, स्वीमिंग पूल, होटल, क्लब, गार्डन, अन्य दुकानें बंद रहेंगी। साथ ही लॉकडाउन अवधि में शराब की दुकाने और बीयरबार व अहाते भी बंद रहेंगे। किसी भी प्रकार के मेला, जुलूस व प्रदर्शन प्रतिबंधित रहेगा। सामान्य परिवहन भी बंद रहेगा। बिना कारण बाहर निकलने पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
लॉकडाउन में इन्हें छूट
- दूसरे राज्यों से मालवाहक वाहनों व सेवाएं। अनाज मंडी और उपार्जन केंद्र।
- दवा, राशन दुकानें (पीडीएस), अस्पताल, पेट्रोल पंप, बैंक एवं एटीएम, दूध और सब्जी (सिर्फ ठेले) की दुकानें, गैस एजेंसी ।
- अखबार का वितरण करने वाले हॉकर्स को छूट रहेगी।
- केंद्र व राज्य सरकार के साथ स्थानीय निकाय के अधिकारी-कर्मचारी के आने-जाने।
- परीक्षा केंद्र आने-जाने वाले प्रशिक्षार्थी, इनसे जुड़े कर्मी व अधिकारी।
- एंबुलेंस व फायर ब्रिगेड सेवा।
- वैक्सीनेशन के लिए आवागमन करने वाले नागरिक व कर्मी।
- बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट जाने वाले।
- औद्योगिक मजदूरों, उद्योगों के लिए कच्चा अथवा तैयार माल लाने-ले-जाने, उद्योगों के अधिकारियों व कर्मचारियों का आना-जाना।