भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना का विकराल रूप देखते हुए शिवराज सरकार ने तय किया है कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के 1 लाख डोज हर माह उपलब्ध कराए जाएंगे। काेरोना पर शिवराज कैबिनेट की शुक्रवार देर शाम बैठक हुई। पिछले एक सप्ताह से इस इंजेक्शन को लेकर प्रदेश में हाहाकर मच रहा है। सरकार ने प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी होने से इनकार किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की सप्लाई सामान्य हो चुकी है।
बैठक में शिवराज सिंह ने कहा कि प्रदेश में फैलते कोरोना संक्रमण को देखते हुए इलाज की हर संभव व्यवस्था की जा रही है। प्रदेश में तीन दिन में 3 गुना अधिक ऑक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित की गई है। तीन दिन पहले जहां 60 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त हो रही थी, वहीं आज 180 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति हुई है। प्रदेश में प्रति माह 1 लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन की डोज उपलब्ध कराई जाएगी। मरीजों के लिए 50 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन के आर्डर जारी किए जा चुके हैं। इंजेक्शन की आपूर्ति आरंभ हो गई है।
1 लाख बेड का इंतजाम
भोपाल में शुक्रवार को रिकार्ड 736 और जबलपुर में 369 नए संक्रमित मिले हैं। बैठक में शिवराज ने कहा कि प्रदेश में कोरोना मरीजों के लिए की व्यवस्था की जा रही है। सरकार ने पहले बेड की संख्या 24 हजार से बढ़ा कर 50 हजार करने का निर्णय लिया था, लेकिन संक्रमितों का आंकड़ा बहुत तेजी से बढ़ने के कारण अब बेड संख्या 1 लाख की जा रही है। प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में सीटी स्कैन की व्यवस्था की जाएगी।
कोरोना संक्रमण प्रबंधन पर प्रतिदिन ब्रीफिंग
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में किसी प्रकार के पैनिक की आवश्यकता नहीं है। कोरोना संक्रमण के प्रबंधन पर प्रतिदिन प्रेस ब्रीफिंग कर स्थिति की जानकारी दी जाएगी। कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए त्रि-स्तरीय रणनीति पर कार्य किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। समाज के सहयोग से कोरोना की स्थिति को नियंत्रित किया जाएगा।
प्रतिदिन में 5 लाख टीकाकरण का लक्ष्य
बैठक में तय किया गया है कि प्रदेश में 11 से 14 अप्रैल तक टीका उत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान प्रतिदिन 5 लाख टीके लगाने का लक्ष्य रखा गया है। जिन जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण अधिक फैल रहा है, वहां वैक्सीनेशन के लिए विशेष गतिविधियां संचालित की जाएंगी। इसके साथ ही इन जिलों में किल कोरोना II भी संचालित किया जाएगा।
होम आइसोलेशन के लिए मिलेगी मेडिकल किट
संक्रमण नियंत्रण के लिए बड़े शहरों में बड़े कंटेनमेंट जोन बनाए जाएंगे। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के लिए मेडिकल किट के साथ-साथ डाक्टरों की विजिट की व्यवस्था की जा रही है। कोविड सेंटरों पर पर्याप्त स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सभी अवश्यक स्वीकृतियां जारी की जा चुकी हैं।
कालाबाजारी पर होगी सख्त कार्यवाही
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जांचों तथा अस्पतालों की दरें तय कर दी गई हैं। ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वालों, जांच और इलाज की निर्धारित दर से अधिक दर लेने वाले अस्पतालों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
जिला स्तर पर मंत्रियों को जिम्मेदारी
कोरोना संक्रमण के प्रबंधन के लिए जिला स्तर पर मंत्रिपरिषद के सदस्यों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। वर्तमान में जो मंत्री जिस जिले से हैं वे उस जिले में व्यवस्था संभालेंगे। जिन जिलों में एक से अधिक मंत्री हैं, वे आसपास के जिलों की व्यवस्था देखेंगे।
इंदौर - तुलसीराम सिलावट
रतलाम - जगदीश देवड़ा
भोपाल - विश्वास सारंग
ग्वालियर - प्रद्धुमन सिंह तोमर
मंदसौर व नीमच - हरदीप सिंह डंग
शाजापुर - इंदर सिंह परमार