रतलाम। रतलाम में लगाए गए 9 दिन के लॉकडाउन का छोटे व्यपारियो ने विरोध किया और कलेक्टर के ज्ञापन सौप हिम्मत जैथवार ने बताया कि पिछले एक वर्ष से कोरोना महामारी औऱ लॉकडाउन की वजह से मध्यमवर्गीय व्यापारियों की हालत गंभीर हो गई है और वह 4 महीने से अधिक के लॉकडाउन में उनकी स्थिति दयनीय हो गई है। जैसे तैसे कुछ दिनों से व्यापार जमा है ओर व्यापारी दो वक्त की रोटी कमा रहे है और फिर जिला प्रसाशन ने 9 दिनों का लॉकडाउन लगा दिया है जिसके कारण तमाम छोटे व्यापारी रोड पर आ जाएगे ओर जहर खाने की नोबत आ जाएगी। पिछले लॉक डाउन में कंगाल हो चुके व्यपारियो ने कर्ज लेकर अपना व्यापार वापस चालू किया है । और अब हम शहर में लॉकडाउन नही चाहते है। जिला प्रसाशन अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को दुरूस्त करे क्यो की लॉकडाउन कोरोना का समाधान नही है लोक डाउन से गरीब वर्ग बेमौत मारा जाएगा।
छोटे व्यपारियो ने जिला प्रसाशन से मांग की है कि 9 दिन के लॉक डाउन को खत्म किया जाए या फिर हमें यह गारंटी दी जाए कि 9 दिनों के बाद कोई लॉकडाउन नही होगा तो इस लॉक डाउन का समर्थम कर कर 9 दिनों तक घर से बाहर ही नही निकलेंगे।
अगर जिला प्रसाशन द्वारा लॉक डाउन को खत्म करने के लिए जल्द निर्णय नही लिया तो सभी वर्ग के लोग सड़कों पर आकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर दीपक सेन,रोनित पवार, महेंद्र सिंह,मनोज गंधर्व, रसीद खान, करन पवार, , शेख जिया, सोहेल सय्यद सहित कई व्यापारी उपस्थित थै।