रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के चेयरमैन मुकेश अंबानी देश के सबसे अमीर कारोबारी हैं। मुकेश अंबानी को फायदे के कारोबार करने के लिए जाना जाता है। हाल ही में मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो ने टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल के साथ स्पेक्ट्रम डील की है। ग्लोबल फाइनेंशियल कंपनी यूबीएस का कहना है कि रिलायंस जियो ने इस डील के जरिए 400 मिलियन डॉलर करीब 2,991 करोड़ रुपए की बचत की है।
जियो ने तीन सर्किल में खरीदा स्पेक्ट्रम
रिलायंस जियो ने भारती एयरटेल के साथ तीन सर्किल में स्पेक्ट्रम खरीदने के लिए सौदा किया है। इसके तहत रिलायंस जियो आंध्र प्रदेश, दिल्ली और मुंबई में भारती एयरटेल के 800 मेगाहर्ट्ज बैंड में कुछ स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल करेगी। इस कदम से रिलायंस जियो के ग्राहकों को बेहतर सेवाएं मिल सकेंगी। भारती एयरटेल ने इन सर्किल में अपने अतिरिक्त स्पेक्ट्रम के इस्तेमाल के लिए रिलायंस जियो के साथ यह सौदा किया है।
1497 करोड़ रुपए में हुआ सौदा
रिलायंस जियो की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, यह सौदा करीब 1,497 करोड़ रुपए का है। बयान के अनुसार आंध्र प्रदेश, दिल्ली और मुंबई सर्किल में रिलायंस जियो के पास कुल 7.5 मेगाहर्ट्ज अतिरिक्त स्पेक्ट्रम उपलब्ध होगा। रिलायंस जियो 800 मेगाहर्ट्ज बैंड में आंध्र प्रदेश में 3.75, दिल्ली में 1.25 और मुंबई में 2.50 मेगाहर्ट्ज अतिरिक्त स्पेक्ट्रम का उपयोग कर अपने ग्राहकों को बेहतर सेवाएं दे सकेगा। जियो के अनुसार, नए स्पेक्ट्रम के जुड़ने के साथ ही रिलायंस जियो का बुनियादी ढांचा और नेटवर्क क्षमता और बेहतर होगी।
एयरटेल ने 13,500 करोड़ रुपए में खरीदा था यह स्पेक्ट्रम
यूबीएस की रिपोर्ट के मुताबिक, भारती एयरटेल ने इस स्पेक्ट्रम को 13,500 करोड़ रुपए में खरीदा था। यह स्पेक्ट्रम 20 साल के लिए खरीदा गया था। एयरटेल को प्रत्येक मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की सालाना लागत 30 करोड़ रुपए पड़ी थी। जियो ने एयरटेल से 14 साल की अवधि के लिए स्पेक्ट्रम खरीदा है। जियो के लिए प्रत्येक मोगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की सालाना लागत 14 करोड़ रुपए पड़ी है। यह नीलामी कीमत से करीब 50% कम है। इस पूरे सौदे से रिलायंस जियो को 400 मिलियन डॉलर करीब 2,991 करोड़ रुपए का फायदा होगा।
भारती एयरटेल के लिए भी फायदे का सौदा
रिपोर्ट में कहा गया है कि रिलायंस जियो के साथ किया गया यह सौदा भारती एयरटेल के लिए भी फायदेमंद है। एयरटेल ने टाटा से इस स्पेक्ट्रम का अधिग्रहण किया था। इसमें से कुछ स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल हुआ और बाकी बेकार पड़ा था। इस सौदे से भारती एयरटेल को बेकार पड़े स्पेक्ट्रम से आय बढ़ाने में मदद मिली है। वहीं, इस सौदे के जरिए रिलायंस जियो को इन सर्किल में अपनी मौजूदगी को मजबूत करने में मदद मिलेगी। सौदे के मुताबिक, रिलायंस जियो स्पेक्ट्रम के लिए भारती एयरटेल को 1,037.6 करोड़ रुपए का नकद भुगतान करेगा। साथ ही भविष्य में पैदा होने वाले स्पेक्ट्रम संबंधी 469 करोड़ रुपए के खर्च को भी वहन करेगा।