भोपाल। भोपाल के काजी कैंप में नाइट कर्फ्यू के दौरान पुलिसकर्मियों पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। एक चाय वाले और उसके बेटे ने पुलिसवालों पर खौलती चाय फेंक दी। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर धक्का-मुक्की भी की। दूसरी तरफ महिलाओं ने छत से पुलिसवालों पर पत्थर फेंके। इस हमले में ASI समेत 3 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
पुलिस ने 16 आरोपियों पर मामला दर्ज कर किया है। मुख्य आरोपी जाहिर समेत 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना शनिवार रात 11 बजे की है। दूसरी तरफ आरोपी के परिजनों ने भी पुलिस पर घर में घुसकर महिलाओं से मारपीट करने का आरोप लगाया है।
रात 11 बजे तक खुली थी दुकान, बंद करवाने पहुंची थी पुलिस
भोपाल में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। स्थिति को देखते हुए संडे लॉकडाउन और रात 9 बजे के बाद नाइट कर्फ्यू के आदेश हैं, लेकिन हनुमानगंज पुलिस को शनिवार रात 11 बजे काजी कैंप गली नंबर 4 में एक चाय की दुकान खुली हाेने की सूचना मिली थी। यहां पर जाहिर नाम का शख्स अपने घर के नीचे चाय की दुकान चलाता है। देर रात दुकान खुली होने की सूचना पर SI संजय दुबे, ASI अरविंद जाटव और हेड कांस्टेबल लोकेन्द्र जोशी दुकान बंद कराने पहुंचे। यहां पर 15 से 16 लोग मौजूद थे। ASI ने दुकान बंद करने को कहा। इस बात पर दुकान मालिक जाहिर के बेटे सावेज ने ASI अरविंद जाटव पर गर्म चाय के केटली उड़ेल दी।
वहीं जाहिर ने भी ASI पर चाय से भरा गिलास फेंक कर मार दिया। इससे ASI का एक हाथ जल गया। चाय की दुकान पर बैठे 15 से 16 लोगों ने पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। इससे हेड कांस्टेबल लोकेंद्र जोशी के गिर गए और उनके घुटने में चोट आ गई।
पुलिसकर्मियों ने वहां से भागकर थाने से मदद मांगी, लेकिन पुलिस फोर्स के पहुंचने से पहले ही हमलावर मौके से भाग गए। कुछ दुकान का शटर बंद कर अंदर घुस गए। इस बीच महिलाओं ने पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया। पत्थर लगने से आरक्षक सुजान मीणा घायल हो गए। इसी दौरान वरिष्ठ अधिकारी टीला थाना, गौतम नगर थाना से पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचे और स्थिति को कंट्रोल किया।
पुलिस पर महिलाओं और बच्चों से मारपीट करने का आरोप
इस मामले में सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं। इनमें महिला और बच्चे रोते दिख रहे हैं। एक महिला गले में चोट का निशान दिखा रही है। वहीं एक बच्ची के पैर में भी चोट दिख रही है। वीडियो में आरोप है लगाए जा रहे हैं कि पुलिस ने महिलाओं और बच्चों तक को पीटा और तोड़फोड़ की।