जबलपुर। रांझी क्षेत्र के गोकलपुर स्थित शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में शनिवार को खंडहर हो चुके भवन में एक नवजात रोता मिला। पास ही उसकी मां मृत हालत में पड़ी थी। मां के आंचल से लिपटा नवजात राेए जा रहा था। आशंका व्यक्त की जा रही है, मासूम को जन्म देने के बाद ही प्रसव पीड़ा में मां चल बसी। शिशु को एल्गिन अस्पताल के SNCU (सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट) में भर्ती कराया गया है।
सुबह 11.30 बजे कुछ लाेगों को नवजात के रोने की आवाज सुनाई दी। खंडहर से आ रही आवाज सुनकर लोग पहुंचे, तो सामने का सीन दिल को झकझोर देने वाला था। एक मासूम 35 वर्षीय मृत महिला के आंचल से लिपटा रोए जा रहा था। तुरंत 108 एम्बुलेंस से नवजात को पहले सिविल अस्पताल रांझी और वहां से एल्गिन में भर्ती कराया गया है।
पैदा होते ही अनाथ हो गया मासूम
महिला के बारे में पता चला है, उसकी दिमागी हालत अच्छी नहीं थी। वह आसपास भीख मांग कर पेट पालती थी। इसी खंडहर हो चुके भवन में रह रही थी। आशंका जताई जा रही है कि किसी ने महिला के साथ रेप किया होगा। इसी से वह गर्भवती हो गई थी। शारीरिक कमजोरी के चलते वह प्रसव पीड़ा सहन नहीं कर पाई और दम तोड़ दिया। महिला ने बेटे को जन्म दिया है। हालांकि उसका वजन भी एक किलो 400 ग्राम है।
भूख से बिलबिला रहा था नवजात
एल्गिन अस्पताल में मासूम को जब पहुंचाया गया, तो वह भूख से बिलबिला रहा था। वहां चिकित्सकों व नर्सों ने उसके लिए दूध का इंतजाम किया। उसका नाड़ा काटा गया। अस्पताल के डॉक्टर संजय मिश्रा के मुताबिक मासूम को डॉक्टरों की देख-रेख में रखा गया है। अभी उसके स्वास्थ्य के बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
मां की नहीं हो पाई पहचान
रांझी टीआई आरके मालवीय के मुताबिक नवजात की मां की पहचान नहीं हो पाई है। वह लंबे समय से इंजीनियरिंग कॉलेज के खंडहर में ही रह रही है। उसकी मानसिक हालत अच्छी नहीं थी। महिला कैसे गर्भवती हुई। यह पता नहीं चल पाया है। वह इधर-उधर भीख मांगकर गुजारा कर रही थी। प्रसव पीड़ा सहन न होने से मौत होने की बात सामने आई है। मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए भिजवाया गया है।