खंडवा। चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी पर रविवार को शीतला माता मंदिर में महिलाओं ने पूजा-अर्चना की। होली के त्योहार के सातवें दिन शीतला सप्तमी मनाई जाती है। शहर के सराफा बाजार स्थित शीतला माता मंदिर व दुबे कॉलोनी, नवचंडी माता मंदिर परिसर स्थित मंदिर में रविवार को बड़ी संख्या में महिलाओं ने पूजन किया।
सराफा बाजार स्थित शीतला माता मंदिर में पूजन-अर्चन करती महिलाएं
मंदिरों में सुबह 6 बजे से पूजा के लिए महिलाओं की भीड़ लग गई थी। ठंडा भोजन का भोग लगाकर महिलाओं ने कथा सुनी। माता शीतला का पूजन कर परिवार की खुशहाली व शांति की कामना की। माताजी का पूजन-अर्चन कर श्रृंगार सामग्री भी भेंट की। महिलाओं ने एक दिन पहले बने शीतल भोजन भेंट किया। इसी दिन महिलाओं ने होली माता की भी पूजा की। नगर के पुजारी पंडित गणेश मार्कण्डेय ने कहा शीतला सप्तमी पर ऋतु का अंतिम बासी भोजन किया जाता है और सीख ली जाती है कि अब गर्मी में बासी भोजन से परहेज करना है।
- नहीं जलाते चूल्हा
पं. मार्कण्डेय ने बताया शीतला माता की पूजा के दिन घर में चूल्हा नहीं जलाते। शीतला माता की उपासना बसंत और ग्रीष्म की संधि पर की जाती है। चेचक के प्रकोप के दिनों में यह संधिकाल चेचक संक्रमण का मुख्य समय माना जाता था और इसलिए देवी की पूजा-अर्चना कर नियमों का पालन किया जाता हैं।