पहली बार आए 708 नए संक्रमित, 4 माैत, संकमण दर अप्रैल 2020 के बाद 18%, अस्पतालों में 63% बेड फुल, एक्टिव मरीज 5000 के करीब

Posted By: Himmat Jaithwar
4/3/2021

इंदौर। इंदौर शहर के लिए काेरोना के आंकड़े डराने वाले हैं। वैक्सीनेशन, नाइट कर्फ्यू सहित लगातार बरती जा रही सख्ती भी संक्रमण रोक नहीं पा रही है। शुक्रवार देर रात सिर्फ 3867 सैंपलों की जांच में 708 नए संक्रमित सामने आए, जो पूरे कोरोना काल में सबसे ज्यादा हैं। इस हिसाब से संक्रमण की दर 18.3 प्रतिशत पर पहुंच गई है। इसके पहले सिर्फ अप्रैल-2020 में संक्रमण की दर इतनी ज्यादा रही थी।

चार और मौतों के साथ यह आंकड़ा 969 तक पहुंच गया है। पिछले 48 घंटों की बात करें तो अप्रैल के दो दिनों में ही 1390 संक्रमित मिले हैं। यानी हर 5वां सैंपल पॉजिटिव आ रहा है। 16 सितंबर को जहां सबसे ज्यादा 5300 एक्टिव मरीज थे। वहीं 12 फरवरी 2021 को सिर्फ 280 एक्टिव मरीज बचे हुए थे, जो डेढ़ महीने में कई गुना बढ़ गए हैं। उधर, अस्पतालों में बेड की स्थिति भी नाजुक हो चुकी है। 61 निजी और 4 सरकारी अस्पतालों में 5548 बेड में से 63% फुल हो चुके हैं। इंदौर में अब तक 9 लाख 40 हजार 285 सैंपलों की जांच में 71699 संक्रमित मिले हैं। इनमें 65863 लोग ठीक हो चुके हैं।

राजश्री अपोलो अस्पताल में भी टीकाकरण किया गया।
राजश्री अपोलो अस्पताल में भी टीकाकरण किया गया।

पिछले 9 दिनों का आंकड़ा

तारीख संक्रमित मरीज
2 अप्रैल 708

1 अप्रैल

682
31 मार्च 638
30 मार्च 643

29 मार्च

628

28 मार्च

609

27 मार्च

603

26 मार्च

619

25 मार्च

612

यहां मिला सबसे ज्यादा संक्रमण
पिछले 24 घंटे में 264 क्षेत्राें में नए संक्रमित मरीज सामने अाए हैं। विजय नगर में सबसे ज्यादा 24, सुखलिया में 23, खातीवाला टैंक में 17, मानपुर में 13, खजराना, नंदा नगर, स्कीम नंबर 78 में 12-12, सुदामा नगर, बजरंग नगर में 11-11, महालक्ष्मी नगर, ओल्ड पालसिया में 10-10, मूसाखेड़ी, जनता कॉलोनी, वंदना नगर में 8-8, स्नेहलतागंज, स्नेह नगर और सांईकृपा कॉलोनी में 7-7, तिलक नगर, अंबिकापुरी, केंट एरिया महू, सुखदेव नगर, रामचंद्र नगर, गीता भवन में 6-6 संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा मूसाखेड़ी, मेन स्ट्रीट महूृ, सिलिकॉन सिटी, साउथतुकोगंज, सूर्यदेव नगर, स्कीम नंबर 114 और ब्रिजनयनी कॉलोनी में 5-5 संक्रमित आए हैं।

अस्पतालों में बेड की स्थित आईसीयू में

बढ़ते मरीजों के कारण अस्पतालों में बेड की स्थिति नाजुक होती जा रही है। प्रशासन अब और निजी अस्पतालों को जोड़ने जा रहा है। पहले 42 अस्पतालों में 3000 बेड कोरोना मरीजों के लिए थे, शुक्रवार तक अस्पतालों की संख्या बढ़कर 61 हो गई है और इसमें कोरोना मरीजों के लिए 4547 बेड आरक्षित हो गए हैं। चार सरकारी अस्पताल की बात करें तो यहां काेरोना मरीजों के लिए 1001 बेड हैं। इस प्रकार 65 अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 5548 बेड हैं। इसमें से 63 फीसदी यानी 3517 भर गए हैं और 2031 फिलहाल खाली हैं। समस्या बड़े निजी अस्पताल और सुपर स्पेशिएलिटी में आ रही है। 27 निजी अस्पतालों में एक भी बेड खाली नहीं है। इनमें लंबी वेटिंग चल रही है। इसी तरह सुपर स्पेशिएलिटी में आईसीयू फुल है। इसके चलते मरीजों को बड़े अस्पतालों को छोड़कर अन्य अस्पतालों मंे भर्ती होना पड़ रहा है।

अस्पतालों में बेड की स्थिति

  • 65 अस्पताल में 5548 बेड
  • 3517 बेड फुल।
  • 2031 बेड खाली।
  • 27 निजी अस्पतालों में एक भी बेड खाली नहीं।
  • सुपर स्पेशिएलिटी में आईसीयू भी फुल।

रंगपंचमी पर 23 हजार ने लगवाया टीकारकण
शनिवार को यानी रंगपंचमी पर सरकारी व निजी केंद्रों पर कुल 228 सत्र आयोजित किए गए। इनमें कुल 23 हजार 721 लोगों ने टीके लगवाए। इनमें 45 साल से 60 साल के उम्र के हितग्राहियों की संख्या 16,778 थी। स्वास्थ्य विभाग ने कुल 50 हजार लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया था। जानकारी के अनुसार 400 हेल्थ केयर वर्कर्स ने पहला डोज और 60 ने दूसरा डोज लगवाया। 726 फ्रंटलाइन वर्कर्स ने पहला डोज व 65 ने दूसरा डोज लगवाया। 60 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों की संख्या 5 हजार 358 थी। इस आयु वर्ग के 280 नागरिकों ने दूसरा डोज भी लगवाया। जिले में हर दिन 50 हजार पात्र लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। अब तक इंदौर में 3 लाख 43 हजार 338 डोज लग चुके हैं। एक अप्रैल को शहर में 31 हजार 923 लोगों को टीका लगाया गया था।



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